जेईई-मेन देने वाले महाराष्ट्र के छात्रों को शिक्षा मंत्री ने दी बड़ी राहत, कहा- चिंता न करें, मिलेगा एक और मौका
नई दिल्ली, एजेंसी। भारी बारिश और भूस्खलन जैसी प्रातिक आपदाओं से घिरे महाराष्ट्र के सात जिलों के छात्रों को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को बड़ी राहत दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ऐसे संकट के समय में जो छात्र 25 जुलाई से शुरू हो रही इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश की संयुक्त प्रवेश परीक्षा-मुख्य (जेईई-मेन) के तीसरे सत्र में शामिल नहीं हो पा रहे हैं, वे बिल्कुल भी चिंता न करें। उन्हें परीक्षा के दूसरे अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) जल्द ही इसके कार्यक्रम का एलान करेगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा कि महाराष्ट्र के छात्रों की दिक्कतों को देखते हुए एनटीए को इस संबंध में निर्देश दे दिए गए हैं। फिलहाल महाराष्ट्र के जिन सात जिलों के छात्रों को यह राहत दी गई है, उनमें कोल्हापुर, पालघर, रत्नागिरी, रायगढ़, सिंधुदुर्ग, सांगली और सतारा शामिल हैं। बता दें कि जेईई-मेन के तीसरे सत्र की परीक्षा देश भर में 25 जुलाई से शुरू हो रही है जो 27 जुलाई तक चलेगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने यह कदम छात्रों की मांग के बाद उठाया है। इसमें छात्रों ने भारी बारिश के चलते परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में असमर्थता जताई थी।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने शुक्रवार को बताया था कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट और दूसरी प्रवेश परीक्षाओं को निलंबित करने की सरकार की कोई योजना नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पवार ने शुक्रवार को लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया था कि इस साल होने वाली नीट (पीजी) और नीट (स्नातक) परीक्षाएं क्रमशरू 11 और 12 सितंबर को प्रस्तावित हैं। परीक्षाओं का आयोजन जरूरी सावधानी बरतकर और सभी प्रोटोकल का पालन करते हुए किया जाएगा। उन्घ्होंने यह भी बताया था कि परीक्षा केंद्रों पर भीड़ की स्थिति से बचने के लिए इन केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है।