पिथौरागढ़ में निजी स्कूलों का पुतला फूंका
पिथौरागढ़। रि-एडमिशन वापस करने, मेंटिनेंस के नाम पर आर्थिक शोषण न करने और शिक्षक-शिक्षिकाओं को उचित मानदेय देने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने निजी स्कूलों का पुतला फूंका। इस दौरान उन्होंने शिक्षा विभाग से बिना मान्यता के खोले गए विद्यालयों को बंद करने की मांग की। कहा अगर उनकी मांगों को अनदेखा किया गया तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। मंगलवार को जाग उठा पहाड़ के बैनर तले लोगों ने निजी स्कूलों के खिलाफ प्रदर्शन किया। संयोजक गोपू महर ने कहा कि रि-एडमिशन पर पहले निजी स्कूल शुल्क न लेने की बात कह रहे थे, अब शुल्क वसूलने की बात कह रहे हैं। वाणिज्य विषय में भी प्रेक्टिकल शुल्क लेकर निजी स्कूल अभिभावकों का उत्पीड़न कर रहे हैं। बच्चों को एनसीईआरटी के अलावा सप्लीमेंट किताबों को घर में रखने के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि निजी स्कूल ने फीस के नाम पर 100 रुपये की रसीद काटी है और 3700 रुपये का शुल्क लिया है। निजी स्कूल अभिभावकों का आर्थिक और मानसिक शोषण कर रहे हैं, जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यहां भूपेश जोशी, दीपक भट्ट, अनिल रौतेला, रोहित सिंह बिष्ट, भुवन जोशी, आलोक सामंत, रघुवर सिंह वल्दिया, गिरीश, हरी राम, जगदीश चंद्र रहे।