समतावादी झड़ी देवी रावत का निधन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : आर्य गिरधारी लाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट की मार्गदर्शिका रही नंदपुर निवासी झड़ी देवी रावत का निधन हो गया है। शुक्रवार को चंडीघाट हरिद्वार में वैदिक रीति से उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र महेंद्र सिंह रावत व राजेंद्र सिंह रावत ने चिता को मुखाग्नि दी।
उनके निधन पर ट्रस्ट की ओर से आयोजित शोक सभा में वक्ताओं ने कहा कि वे समतामूलक समाज की समर्थक थीं। गांव वालों के प्रत्येक सुख दुख में वे साथ खड़ी रहती थीं। जिसका परिणाम था कि वे लगातार 30 वर्षों तक ग्राम सभा नन्दपुर की निर्विरोध पंचायत सदस्य (पंच) रहीं। उन्होंने गांव में सिंचाई व पीने के पानी के लिए ट्यूबवेल बनाने को अपनी जमीन दान दी। जिसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया। उनके योगदान पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2011 में उन्हें सावित्री बाई फुले राष्ट्रीय फेलोशिप सम्मान से सम्मानित किया गया था। शोक व्यक्त करने वालों में पीएल खंतवाल, सत्य प्रकाश थपलियाल, एडवोकेट जगमोहन भारद्वाज, बीर सिंह, बचन सिंह गुसाईं, शूरबीर खेतवाल, संदीप आर्य, प्रवेश नवानी, जनार्दन ध्यानी आदि शामिल रहे।