श्रीनगर गढ़वाल : भागीरथी कला संगम के सदस्यों ने बैठक कर एक नवंबर को मनाए जाने वाले ईगास पर्व (बूढ़ी दिवाली) की तैयारियों पर विचार-विमर्श किया। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष ईगास पर्व भव्य तरीके से मनाया जाएगा। ईगास पर्व प्रभु राम के अयोध्या लौटने की सूचना मिलने के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। साथ ही भैलो जलाने की परंपरा वीर माधो सिंह भंडारी और उनके साथियों की स्मृति से जुड़ी है। बैठक में मदन गडोई, पद्मेंद्र रावत, मुकेश नौटियाल, संजय कोठारी, भगत सिंह बिष्ट, रमेश चंद्र थपलियाल, भगवती प्रसाद पुरी, किशोरी नौटियाल, रवि पुरी, प्रमोद और दीनबंधु चौहान सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे। (एजेंसी)