ईदगाह कमेटी ने की कोरोना नियमों का पालन कराते हुए ईदगाह में नमाज की अनुमति देने की मांग
-रोजेदारों की दिली ख्वाहिश होती है कि ईदगाह में नमाज करें: नईम कुरैशी
हरिद्वार। ईदगाह कमेटी के पदाधिकारियों ने हाजी नईम कुरैशी के कस्साबान मार्ग स्थित आवास पर बैठक कर ईद उल फितर की नमाज ईदगाह में सोशल डिस्टेंसिंग व कोरोना गाइड लाईन का अनुपालन करते हुए अनुमति दिए जाने की मांग की। इस दौरान ईदगाह कमेटी के सेक्रेटरी हाजी नईम कुरैशी ने कहा कि जिला अधिकारी को मुस्लिम समाज की भावनाओं को समझना चाहिए। ईद की नमाज वर्ष भर में एक बार आती है। सभी लोगों की दिली ख्वाहिश रहती है कि ईद की नमाज ईदगाह में अदा की जाए। नईम कुरैशी ने कहा कि कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की तर्ज पर प्रशासन को कोविड नियमों का पालन सुनिश्चित कराते हुए ईदगाह के मैदान में सीमित संख्या के लोगों का चयन कर नमाज की अनुमति प्रदान करनी चाहिए। सभी धर्म समुदाय के लोग पर्वो को अपने अपने तरीकों से देश में मनाते चले आ रहे हैं। ईद पर्व एकता व भाईचारे को दर्शाने वाला पर्व है। प्रशासन को ईदगाह में ईद की नमाज को कराने के लिए सुनियोजित तरीके से मुस्लिम समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए करानी चाहिए। पूर्व राज्यमंत्री मकबूल कुरैशी व हाजी रफी खान ने कहा कि ईद की नमाज ईदगाह में अदा करने की उत्सुकता मुस्लिम समाज में बनी रहती है। प्रशासन को थोड़ी बहुत तैयारियां कर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ईदगाह में नमाज करा देनी चाहिए। एक माह की इबादत व रोजों के पश्चात खुदा ताल्हा अपने बंदे को ईनाम के नाम पर ईद की खुशीयों से नवाजता है। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग, मूंह पर मास्क व ईदगाह परिसर के आसपास वृहद स्तर पर सेनेटाइजेशन अभियान चलाया जाए। जिससे ईदगाह में कोरोना संक्रमण को मात देते हुए मुस्लिम समाज के कुछ लोग प्रतीकात्मक रूप से नमाज अदा कर सकें। शमीम उर्फ छम्मा ठेकेदार व सुभान कुरैशी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सरकार के दिशा निर्देशों का पालन सभी को करना चाहिए। ईदगाह में यदि पांच व्यक्तियों को नमाज पढ़ने की अनुमति प्रदान की गयी तो लोग खुशी के साथ इसका भी पालन करेंगे। प्रशासन को बड़ा दिल दिखाते हुए सभी धर्म समुदाय का सम्मान करना चाहिए।