विकासनगर। पंचायत चुनाव ने सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों के खस्ताहाल भवनों की रंगत भी बदल दी। बदरंग और बदहाल हो चुके इन भवनों में मतदान से पहले मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के साथ ही सुधारीकरण कार्य भी कराया गया। पानी के इंतजाम से लेकर शौचालय की व्यवस्था दुरस्त की गई। निर्वाचन आयोग ने ज्यादातर स्कूल भवनों और आंगनबाड़ी केंद्रों में मतदान केंद्र बनाए गए थे। जिसके चलते लंबे समय से जर्जर इन भवनों की रंगत बदली। मतदान से पूर्व स्कूल भवनों और आंगनबाड़ी केंद्रों में मेंटेनेंस का काम किया गया। कई आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली के कनेक्शन नहीं थे, जबकि स्कूलों में बिजली की लाइनें जर्जर थी। बिजली के कनेक्शन लगाने के साथ ही जर्जर लाइनों की मरम्मत की गई। कुछ स्कूल भवनों में पानी की नई लाइन बिछाई गई। पछुवादून में 24 और 28 जुलाई को हुए पंचायत चुनाव में मतदान के बाद भले ही कई प्रत्याशियों के अरमानों पर पानी फिर गया हो, लेकिन चुनाव ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को काफी हद तक राहत दी है। चुनाव के बहाने मतदान केंद्र वाले सरकारी स्कूलों की दशा सुधरी है। पंचायत चुनाव के लिए सहसपुर, विकासनगर, कालसी, चकराता ब्लॉक के कुल 430 स्कूलों को मतदान केंद्र बनाया गया था। मतदान से पहले निर्वाचन आयोग ने इन स्कूल भवनों की दशा सुधारने, मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए थे। चुनाव को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में बिजली, पानी, शौचालय की व्यवस्था लेकर टूटे दरवाजे, खिड़कियों की मरम्मत की गई। कई स्कूलों को नई अलमारियां भी खरीद कर दी गई, जिनमें मतदान के दौरान चुनाव सामग्री रखी गई थी। बहरहाल, पंचायत चुनाव के बाद कई प्रत्याशियों के चेहरे भले ही मुरझा गए हों, लेकिन इन चुनावों ने सरकारी स्कूल के बच्चों के चेहरे पर खुशी ला दी है।