नियमों की अनदेखी कर डाली गई तारों से हादसों का अंदेशा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शहर में ब्राडबैंड व टीवी केबल की तारों के बीच विद्युत लाइन उलझती जा रही है। जिससे हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है। जबकि, नियमानुसार विद्युत खंभे के साथ ही विद्युत लाइन के आसपास कोई भी अन्य केबल डालने से पूर्व ऊर्जा निगम के साथ ही नगर निगम की इजाजत लेनी पड़ती है। लेकिन, कोटद्वार शहर में ऊर्जा निगम स्वयं ही गहरी नींद में सोया हुआ है। नतीजा, केबल टीवी व ब्राडबैंड संचालक अपनी मनमानी दिखाते हुए विद्युत तारों को उलझा रहे हैं। विद्युत तारों के बीच निजी कंपनियों की तारें इतनी उलझी हुई हैं कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में शायद ही कोई ऐसा विद्युत खंबा व विद्युत लाइन हो जिसके आसपास ब्राडबैंड व केबल टीवी की लाइन गुजरती हुई न दिखाई दे। खंभों पर विद्युत तार कम और निजी कंपनियों की तारों का गुच्छा अधिक बना रहता है। कई बार लाइन में फाल्ट आने पर स्वयं विद्युत कर्मी भी सोच में पड़ जाते हैं कि उनकी तार कौन सी है। कंपनियों के तार सुरक्षा मानकों को ताक पर रख रहे हैं। वर्षा व तेज हवा चलने पर तारों के टकराने से चिंगारियां निकलने लगती हैं। ऐसे में कब बड़ा हादसा हो जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। कई स्थानों पर ब्राडबैंड व केवल टीवी की तार विद्युत तार को छूते हुए जमीन से कुछ दूरी पर ही लटकती रहती है। इस तरह की लापरवाही से शार्ट सर्किट, आग लगने, करंट फैलने जैसी घटना का डर बना रहता है। निजी कंपनियों की मनमानी के खिलाफ पूर्व में क्षेत्रवासियों ने ऊर्जा निगम से भी शिकायत की थी। लेकिन, ऊर्जा निगम ने समस्या को गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में स्थानीय जनता ऊर्जा निगम की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रही है।