जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : मूसलाधार बारिश के कारण जड़ाऊखांद-मजेड़ाबैंड सड़क पर जमणधार गांव के पास तड़के पेड़ गिरने से जहां यातायात बाधित रहा, वहीं पेड़ से बिजली का पोल भी टूट गया। बिजली के पोल के क्षतिग्रस्त होने की वजह से क्षेत्र के 12 से अधिक गांवों में बिजली की सप्लाई बाधित हो गई है। वहीं बारिश की वजह से पौड़ी की कई पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई है। जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता के अनुसार अब तक करीब 44 लाख के नुकसान का अनुमान है।
पौड़ी और आस-पास के इलाकों में मंगलवार को भी रुक-रुक कर तेज बारिश होती रही। धुमाकोट के जड़ाऊखांद-मजेड़ाबैंड सड़क पर एक चीड़ के पेड़ के गिर जाने से बिजली का पोल भी टूट गया। जिसके कारण क्षेत्र के जमणधार, कलखोविया, मजेड़ा, सिरखेत, धौलियाना, किनाथ, बराथ तल्ला व तल्ला, बिरखेत, सैंडली, उतिडा सहित एक दर्जन से अधिक गांवों की बिजली की सप्लाई भी ठप हो गई। स्थानीय ग्रामीण विनोद नेगी, सारंग गौनियाल आदि ने बताया कि सुबह से ही गांवों में बिजली ठप है। कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे यूपीसीएल के जेई कृष्णकांत थपलियाल ने बताया कि पोल को बदलने का काम किया जा रहा है, शीघ्र ही बाधित बिजली सप्लाई को सुचारू किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर तेज बारिश से पौड़ी की एक दर्जन पेयजल योजनाएं प्रभावित हो गई हैं। जिसमें पीसोली, कपरोली, पुरसोली, संगलाकोटी, डांडानागराजा, नाई, कोट, खोला, चिनवाड़ी डांडा, कड़ाकोट व जवाड़ा आदि योजनाएं शामिल हैं। जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता पीके सैनी ने बताया कि बारिश की वजह से जल्लू कपरोली, नाई चपलोड़ी ग्राम समूह, खोला और जवाड़ा पेयजल योजनाओं के स्रोत व पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। जबकि नानघाट, चिनवाड़ी डांडा, कोट और कड़ाकोट पेयजल योजनाएं के मोटर पंप क्षतिग्रस्त हुए है। क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं पर पानी की सप्लाई वैकल्पिक तौर पर शुरू की गई है। जहां पंपिंग योजनाओं की मोटर खराब है उसे भी ठीक किया जा रहा है। अभी तक करीब 44 लाख के नुकसान का आंकलन है।