बिजली कर्मचारियों ने गेट मीटिंग कर किया प्रदर्शन
विकासनगर। डाकपत्थर परियोजना की भूमि स्थानांतरण के विरोध में उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा यमुनाघाटी की ओर से महाप्रबंधक यमुना वैली प्रथम के कार्यालय के सम्मुख गेट मीटिंग कर प्रदर्शन किया। साथ निजीकरण के खिलाफ उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ के बिजली कर्मचारियों के आंदोलन को भी उन्होंने अपना समर्थन दिया। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के विभिन्न घटक संघ के पदाधिकारी ने कहा कि वह सभी बिजली कंपनियों को निजी कंपनियों के हाथ में सौंपे जाने का पुरजोर विरोध करते हैं। विभिन्न राज्यों में किसी भी बिजली कर्मचारियों के साथ उत्पीड़न की कार्रवाई होने की दिशा में उत्तराखंड के कर्मचारी भी उनके समर्थन में खड़े होंगे। मीटिंग में डाकपत्थर परियोजना की भूमि विभिन्न कार्य के लिए हस्तांतरण किए जाने के विषय में प्रबंधन के द्वारा अभी तक मास्टर प्लान के विषय में कर्मचारी संगठनों को अवगत नहीं कराए जाने पर भी विरोध प्रकट किया गया। बैठक में विभिन्न वक्ताओं ने यमुना घाटी परियोजना के अंतर्गत सभी पावर हाउस डैम एवं बैराज पर कार्यरत कर्मचारियों के द्वारा राज्य स्तर पर मोर्चा के द्वारा किए जाने वाले किसी भी आंदोलन के समर्थन का निर्णय लिया गया। मीटिंग की अध्यक्षता गोपाल बिहारी तथा संचालन संजय राणा के द्वारा किया गया। इस दौरान अनुज कुमार, मोहम्मद रियाज, पंकज सैनी, भानु प्रकाश जोशी, अरविंद बहुगुणा सतनाम सिंह, प्रेम प्रकाश सूरज पुंडीर, संजय कुमार मनोज कांडपाल हिमांशु भट्ट, माया तोमर, मनोज रावल, सोनम मखीजा, अमित बहुगुणा, विवेक कुमार, अरुण कुमार, प्रकाश जेडा, मनमोहन रावत सुनील शर्मा, महिपाल रावत, महेंद्र चौहान, आनंद प्रकाश, रोहतास श्रीवास्तव, नीटू डाबरा आदि मौजूद रहे।