सेवा समाप्ति के विरोध में कर्मचारियों ने दिया धरना
नई टिहरी। कोविड महामारी के दौरान विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त कर्मचारियों ने उन्हें स्टेट उपनल में समायोजित करने की मांग की है। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन और तेज किया जाएगा।
दो वर्ष पूर्व कोविड महामारी के दौरान नियुक्त कर्मचारियों ने उन्हें स्टेट उपनल में समायोजित करने की मांग को लेकर गुरुवार को सीएमओ दफ्तर परिसर के बाहर धरना दिया। संगठन के जिलाध्यक्ष कैलाश रावत ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान उन्होंने अपनी जान खतरे में डालकर कोविड मरीजों और लोगों की सेवा की, लेकिन अब कोविड समाप्त होने लगा तो सरकार उन्हें बाहर का रास्ता दिखा रही है। कहा एक अप्रैल से उनकी सेवा समाप्त हो जाएगी, वह एक फिर बेरोजगार होकर सड़कों पर घूमने को मजबूर हो जाएंगे। कोविड महामारी की रोकथाम और कोविड संबंधी अन्य कार्यों के लिये विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से जिले में करीब 150 से अधिक कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी, लेकिन अब सरकार उनकी रोजी-रोटी छीनने में लगी है। कहा कि सरकार ने यदि उनकी सेवा समाप्त की तो वह देहरादून जाकर सरकार को जगाने का काम करेंगे और पुनर्नियुक्ति के लिए आंदोलन करने को बाध्य होंगे। धरने पर बैठने वालों में संजय सिंह, अनिता रावत, रघुवीर सिंह, प्रदीप थपलियाल, सतपाल, पिंकी, आरती आदि मौजूद थे।