उत्तराखंड

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारियों ने भरी हुंकार

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

-नई पेंशन स्कीम की शव यात्रा निकाल किया पुतला दहन
हरिद्वार। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के जिला अध्यक्ष रोहित कुमार शर्मा के नेतृत्व में शिक्षक, कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर अनोखा प्रदर्शन कर राज्य और केंद्र सरकार से नई पेंशन स्कीम को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग की है। शिक्षक कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर नई पेंशन स्कीम की शव यात्रा निकालकर उसका पुतला दहन कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सैनी आश्रम से लेकर चंद्राचार्य चौक पर शवयात्रा निकालकर अपने विरोध जताया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जो दल पुरानी पेंशन बहाली का लिखित वादा करेगा कर्मचारी उसको ही समर्थन करेंगे। जनपद हरिद्वार सहित समस्त जनपदों, राज्यों के शिक्षक, कर्मचारी लगातार ज्ञापन, धरने-प्रदर्शन, बाइक रैली आदि के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली की मांग करते चले आ रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को नई पेंशन स्कीम के खिलाफ जिले के शिक्षा विभाग, सिंचाई विभाग, चिकित्सा विभाग, वन विभाग, जल संस्थान, राज्य कर विभाग, लोक निर्माण विभाग, परिवहन विभाग, आईटीआई आदि के संगठनों ने ज्वालापुर स्थित सैनी आश्रम से चंद्राचार्य चौक तक नई पेंशन स्कीम की शवयात्रा निकाली। एनपीएस का पुतला फूंक इस योजना का विरोध करते हुए सरकार से पुरानी पेंशन योजना को पुन: बहाल करने की मांग की गई। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन हरिद्वार के जिला अध्यक्ष रोहित कुमार शर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा जनवरी 2004 को व उत्तराखंड राज्य सरकार अक्तूबर 2005 से पुरानी पेंशन योजना को समाप्त कर शेयर बाजार पर आधारित पेंशन स्कीम को जबरन शिक्षक कर्मचारियों के ऊपर थोप दिया था। सरकार ने शिक्षक कर्मचारियों की पेंशन समाप्त कर हमारे बुढ़ापे के सहारे को उनसे छीन हमारी बुढ़ापे की लाठी को तोड़ दिया है। जहां नेता, विधायक, सांसद आज भी चार-चार, पांच-पांच पेंशन ले रहे हैं। वहीं शिक्षक कर्मचारियों को मिलने वाली एक पेंशन को भी समाप्त कर दिया गया है। भारत मे नेताओं कर्मचारियों के लिए अलग-अलग विधान बना है। जिसे शिक्षक कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेंगे। हम इस अन्याय के खिलाफ लगातार संघर्ष करेंगे और पुरानी पेंशन बहाल कराकर ही रहेंगे। वक्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब और हिमाचल राज्य सरकारों ने एनपीएस के दुष्प्रभावों को देखते हुए सेवानिवृत्ति उपरांत शिक्षक कर्मचारियों के सामने आ रही आर्थिक परेशानियों को देखते हुए और शिक्षक कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए पुरानी पेंशन योजना को पुन: बहाल कर दिया गया है।
ठीक उसी प्रकार उत्तराखंड राज्य सरकार और केंद्र सरकार को भी जल्द से जल्द पुरानी पेंशन योजना को पुन: बहाल करना चाहिए। वक्त रहते यदि वर्तमान राज्य और केंद्र सरकार इसे बहाल नहीं करती तो शिक्षक कर्मचारी कठोर निर्णय लेने को बाध्य होंगे। भविष्य में शिक्षक कर्मचारी चुनाव में उसी दल को समर्थन करेंगे जो पुरानी पेंशन योजना को पुन: बहाल करने का लिखित वादा करेगा।
एनपीएस शव यात्रा और पुतला दहन के अवसर सार्थक रावत, रंजीत कौर, प्रतिभा सैनी, शिवांगी राज, मुकेश आदित्य, प्रदीप बिष्ट, मनोज नवानी, विनोद ज्ञवाली, मनमोहन शर्मा, अनिल चौधरी, कुलदीप बिष्ट, अरुण कुमार, प्रदीप बिष्ट, ममतेश धीमान, नीतू आहूजा, सपना सिंह, सुनीता जोशी, मेहुल शर्मा, आशुतोष शर्मा, अमित ममगाईं, अरविंद शर्मा, ड़ संतोष चमोला, सुरेशपाल, ज्योतिराम, शरद कुमार शर्मा, सुमित कुमार, सन्दीप कुमार , केएस राठौर, संदीप सिंह, इशम सिंह, वीर सिंह, मदनपाल सिंह, अखिलेश धारीवाल, मनोज कुमार, अशोक चौहान, जितेंद्र सिंह, हरेंद्र सैनी, रविंद्र रोड, सुशील पुरोहित, मो़ इकराम, देवेंद्र चौधरी, शिवा अग्रवाल, दर्शन सिंह पंवार, सुखदेव सैनी, मनोज चन्द्र, मुकाशी रघुवंशी, अश्वनी चौहान, प्रमोद कुमार, गौरव कुमार, प्रवीण यादव, सुरेश कुमार, सुशील पुरोहित, निरूपमा धीमान, बबिता शर्मा आदि हजारों शिक्षक, कर्मचारी मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!