मंत्री के आश्वासन के बाद भी कर्मचारी खाली हाथ, दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

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जयन्त प्रतिनिधि।

पौड़ी। उत्तराखण्ड विद्युत अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की ऊर्जा मंत्री के साथ विभिन्न मांगों पर हुई सहमति के बाद भी कर्मचारी खाली हाथ हैं। मांगों पर सकारात्मक पहल करने की मांग को लेकर मोर्चा ने उपखंड कार्यालय पौड़ी में सांकेतिक धरना भी दिया। इस मौके पर मोर्चा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया।
शनिवार को ऊर्जा निगम के अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक बार फिर से सांकेतिक धरना दिया। उन्होंने कहा कि बीते 27 जुलाई को ऊर्जा मंत्री के साथ हुई वार्ता में मंत्री ने मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई करने का भरोसा दिया था। लेकिन एक महीना बीत चुका है। उनकी मांगों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मोर्चा के पदाधिकारियों ने डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर जल्द ही समस्याओं पर सकारात्मक कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा कि उनकी गत माह 14 सूत्रीय मांगो को हल करने के लिए धरना प्रदर्शन किया गया था। जिस पर ऊर्जा मंत्री ने जल्द ही उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया था। लेकिन एक महीने का समय बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर कर्मचारियों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि तीनों निगमों में कार्यरत कर्मचारियों को पुराने एसीपी का लाभ देने, संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण करने सहित 14 सूत्री मांगों को लेकर ऊर्जा मंत्री के साथ सहमित पत्र बना था। उन्होंने सरकार से शीघ्र ही उनकी मांगें पूर्ण करने की मांग उठाई। मांगे पूरी नही होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। धरना देने वालों में आरपी नौटियाल, अभिनव रावत, रविंद्र सिंह, दीनदयाल, परमल राणा, सुशीला देवी, धीरेंद्र सिंह, गौतम, अवतार सिंह बुटोला, संजय सिंह, दिनेश सिंह नेगी, दिक्का देवी, देवेंद्र सिंह, हरेंद्र सिंह, गुलजार अहमद, संजय सिंह, विक्रांत चौहान, संजय सिंह, रोशन चंद्र, सुकरी देवी, सोबन रावत, देव सिंह आदि शामिल थे।

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