जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लगातार आंदोलन के बाद भी पुरानी पेंशन बहाली नहीं होने पर पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने रोष व्यक्त किया है। निर्णय लिया गया कि केंद्र के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर में आंदोलन किया जाएगा।
राजकीय इंटर कॉलेज में बैठक का आयोजन किया गया। जिलाध्यक्ष अनूप जदली ने कहा कि सरकार सरकारी कर्मचारियों को एनपीएस (नई पेंशन योजना) को परिवर्तित कर उसके दूसरे स्वरूप को कर्मचारियों को थमा रही है। कहा कि नई पेंशन योजना को लागू करना कर्मचारियों के साथ अन्याय है। कहा कि इस योजना के लागू हो जाने से सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारियों को मात्र एक हजार या 12 सौ रूपए की पेंशन मिल रही है। कहा कि एक तरफ एक दिन के सांसद व विधायकों को पेंशन का हकदार बनाया जा रहा है। वहीं, अपनी जीवन में तीस-पैंतीस वर्ष सेवा करने के बाद कम पेंशन दी जा रही है, जिससे जीवन यापन करना कठिन है। कहा कि प्रदेश सरकार को हर हाल में पुरानी पेंशन योजना को लागू करना होगा। कहा कि पुरानी पेंशन लागू होने तक कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर आंदोलन के संयोजक डा. महावीर सिंह बिष्ट, जिला उपाध्यक्ष अजय बिष्ट, अरविंद निराला, संतन सिंह बिष्ट, सुबोध ध्यानी, शशि भूषण अमोली मौजूद रहे।