जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उत्तराखंड विकास समिति ने स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया को पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की है। कहा कि स्मार्ट मीटरों में खपत से ज्यादा बिल आ रहा है, जोकि किसी भी कीमत पर जनहित में नहीं है। उन्होंने जनहित के मुद्दों को लेकर भेजे गए ज्ञापनों पर भी कार्यवाही न किए जाने पर आक्रोश जताया। कहा कि समिति के माध्यम से भेजे गए ज्ञापनों पर उच्च अधिकारियों के स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं होती है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। जिसको लेकर समिति ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया।
समिति के अध्यक्ष जानकी बल्लभ मैंदोला ने कहा कि वर्तमान में ऊर्जा निगम के माध्यम से लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर जनता के हित में नहीं है, पुराने मीटर की अपेक्षा नए स्मार्ट मीटरों में खपत से ज्यादा बिल आ रहा है। कहा कि स्मार्ट मीटरों के विरोध में समिति की तरफ से विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री कार्यालय को ज्ञापन प्रेषित किया गया था, लेकिन उक्त ज्ञापन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। कहा कि इस प्रकार की कार्य प्रणाली समाधान की संभावनाओं को कमजोर करती है। उन्होंने स्मार्ट मीटर लगाए जाने की प्रक्रिया पर रोक लगाने व जबरदस्ती लगाए गए स्मार्ट मीटरों को बदले जाने की मांग की है। इस मौके पर विजय माहेश्वरी, शशि मोहन उनियाल, विपुल उनियाल, सावित्री रावत मौजूद रहे।