देहरादून। चारों धामों में पॉवर सप्लाई सिस्टम को पुख्ता बनाए रखने को शुक्रवार को ऊर्जा निगम मैनेजमेंट हरकत में नजर आया। गुरुवार को बदरीनाथ धाम में छोटे से फॉल्ट के कारण दो घंटे की बाधित रही सप्लाई के कारण शुक्रवार दिन भर यूपीसीएल मुख्यालय में खलबली रही। मुख्यालय से एक टीम बदरीनाथ धाम रवाना की गई। मुख्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया गया। शनिवार को एमडी खुद बदरीनाथ, केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो रहे हैं।यूपीसीएल पर चारों धामों में 24 घंटे बिजली सप्लाई का दबाव है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दो टूक सख्त निर्देश जारी कर चुके हैं कि किसी भी तरह की बिजली कटौती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धामों में एक एक मिनट के बिजली सप्लाई बाधित होने का ब्यौरा सीधे उच्च स्तर पर देखा जा रहा है। गुरुवार को बदरीनाथ धाम में पत्थर गिरने से कंडक्टर को पहुंचे नुकसान से सप्लाई दो घंटे बाधित रही। इस पर ऊर्जा विभाग में नीचे से लेकर ऊपर मैनेजमेंट तक का जवाब तलब किया गया। यूपीसीएल को धामों में पॉवर सप्लाई का बैकअप सिस्टम भी तैयार रखने की सख्त हिदायत दी गई।इसके बाद शुक्रवार को एमडी यूपीसीएल के निर्देश पर एक तकनीकी दल का गठन किया गया। इसमें एसई टिहरी शैलेंद्र सिंह, एक्सईएन मोहन मित्तल, एई शुभम कंडवाल को शामिल किया गया। दल को शुक्रवार को ही रवाना कर दिया गया। बदरीनाथ धाम में ही एसई समेत निदेशक ऑपरेशन मदन राम आर्य को अलग से पहले से ही तैनात किया गया है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए एसई विकासनगर युद्धवीर सिंह तोमर को पूरे क्षेत्र में कैंप करने के निर्देश दिए गए हैं।