इंजीनियर संघ लोनिवि ने किया एक तरफा कार्रवाई का विरोध
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर संघ लोक निर्माण विभाग जनपद रुद्रप्रयाग की एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई, जिसमें सोशल मीडिया पर डामरीकरण को लेकर वायरल एक वीडियो के आधार पर बिना तथ्य और साक्ष्य का परीक्षण कराए बिना शासन द्वारा दुगड्डा के सहायक अभियंता और अपर सहायक अभियंता को निलंबित किए जाने पर रोष व्यक्त किया गया। साथ ही इसे अन्यायपूर्ण और एकतरफा कार्रवाई बताया गया। संघ के जिलाध्यक्ष इंजीनियर शैलेंद्र तिवारी के नेतृत्व एवं इंजीनियर सहायक अभियंता संजय सैनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सभी कार्यकारिणी के पदाधिकारियों तथा अन्य पदाधिकारियों के साथ सदस्यों ने भाग लिया। इंजीनियर संजय सैनी ने महत्वपूर्ण बिंदुओं पर एकजुट होने का आह्वान किया। संचालन संघ के सचिव इंजीनियर प्रदीप सेमवाल द्वारा किया गया। बैठक में इंजीनियरों ने कार्यों की जांच तकनीकी अधिकारियों से कराए जाने तथा अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा सस्ती लोकप्रियता के लिए राज्य संपत्ति को क्षति पहुंचाने वालों पर विधिक कार्यवाही की मांग की। अभियंताओं द्वारा बताया गया कि उक्त घटनाक्रम के बाद रुद्रप्रयाग में भी अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा देखी देखी कर गतिमान कार्यों की बॉडिंग होने से पहले ही उखाड़कर कर वीडियोग्राफी कर सोशल मीडिया पर अपलोड की जा रही है। जो अत्यंत निंदनीय है। अधिकांश कार्यक्रम के दौरान दो पहिया, चार पहिया वाहन चालकों एवं स्वामियों द्वारा रोलिंग से पूर्व व टेक कोट के बाद जबरन आवाजाही की जाती है जिससे कार्य की गुणवत्ता पर विपरीत प्रभाव पड़ने की प्रबल आशंका रहती है। कहा कि वित्तीय वर्ष समाप्ति पर है जिससे समय पर लक्ष्य प्राप्ति के लिए तेजी से कार्य किए जाते हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में अनुकूलत तापमान न होने के कारण सतह लेपन एवं डामरीकरण का कार्य प्रतिकूल तापमान में कराए जाने का दबाव बना रहता है। प्रदेश में अभियंताओं के साथ पर्याप्त फील्ड स्टाफ का अभाव है। जिससे अभियंताओं को पदीय विभागीय तकनीकी कार्यों के अलावा जिला विकास प्राधिकरण, यात्रा व्यवस्था, आपदा प्रबंधन आदि कार्यों को भी कार्य सौंपा जाता है। ऐसे में प्रत्येक कार्यस्थल पर शत प्रतिशत कार्य देना संभव नहीं हो पाता है। जनपद अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि डिप्लोमा इंजीनियर्स पर हो रहे एक तरफी कार्यवाही से अभियंताओं के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है जो किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा। बैठक में इंजीनियर अनिल कुमार सिंह बिष्ट, उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के जनपद सचिव सुनील कुमार, अरुण मिश्रा, मयंक शैली, अनुराधा, अरुण राणा, सतपाल रांगड़, उमेश घिल्डियाल, मुकेश पैन्यूली, सुमन राणा आदि मौजूद थे।