जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर नगर निगम में तैनात पर्यावरण मित्रों ने एक दिवसीय धरना दिया। पर्यावरण मित्रों ने जल्द समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर अनिश्चिितकालीन धरने की भी चेतावनी दी। कहा कि पर्यावरण मित्रों की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शुक्रवार को देवभूमि निकाय संयुक्त कर्मचारी महासंघ के बैनर तले पर्यावरण मित्रों ने नगर निगम परिसर के बाहर बैठकर धरना दिया। पर्यावरण मित्रों ने समस्याओं के निराकरण को लेकर नारेबाजी भी की। कहा कि नगर निगम क्षेत्र में पर्याप्त पर्यावरण मित्र नहीं होने से समस्याएं हो रही है। लगातार शिकायत के बाद भी पर्यावरण मित्रों के खाली पदों को नहीं भरा जा रहा। पूर्व में आश्वासन के बाद भी पर्यावरण मित्रों को दीपावली का बोनस नहीं दिया गया। पर्यावरण मित्रों की पहचान के लिए नगर निगम की प्रिंट टी-शर्ट देने के लिए कर्मचारी लगातार मांग उठा रहे हैं। लेकिन, अब तक टी-शर्ट उपलब्ध नहीं करवाई गई है। पर्यावरण मित्र सप्ताह में रविवार में आधे दिन का अवकाश मांग रहे हैं। लेकिन, अब तक उनके अवकाश पर भी कोई विचार नहीं किया गया है। पर्यावरण मित्रों ने उन्हें प्रतिवर्ष 2500 रुपये झाडू वेतन, नियमित पर्यावरण मित्रों का पीएफ का भुगतान करने, मृतक पर्यावरण मित्रों की बकाया धनराशि का भुगतान करने, सर्किल हवलदार को पुन: हवलदारी पर नियुक्त करने, रिक्त पदों पर पर्यावरण मित्रों को पदोन्नति देने, नगर निगम में सफाई कार्य पर केवल बाल्मीकि समाज के लोगों को ही रखने, कविता पत्नी स्व. दीपक कुमार को आउटसोर्स के माध्यम से नगर निगम में नियुक्त देने की मांग उठाई। कहा कि यदि तीन दिन के भीतर समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। इस मौके महासंघ की कोटद्वार शाखा के अध्यक्ष शशि चैनवाल, जिला महामंत्री अनिल कुमार, कुलदीप विशाल, ज्वाला प्रसाद, सरस्वती घाघट, यश गौडियाल, सोनू, सूरज आदि मौजूद रहे।