आर्य समाज की ओर से पर्यावरण शुद्धि यज्ञ जारी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : आर्य समाज की ओर से नौ दिवसीय पर्यावरण शुद्धि यज्ञ किया जा रहा है। दूसरे दिन रविवार को यज्ञ विशेष आहुतियों और वेदों की ऋचाओं के साथ आरंभ हुआ। यज्ञ में पं. रामवीर गौड़ के नेतृत्व में आहुतियां डाली गई। कार्यक्रम में राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय सिमलचौड़ के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. जयदीप सिंह बिष्ट को सम्मानित भी किया गया। उन्होंने आयुर्वेद पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह एक प्राचीन चिकित्सा प्रणाली है जो दो संस्कृत के शब्दों से मिलकर बना है। आयुष का अर्थ है जीवन और वेद का अर्थ है विज्ञान। आयुर्वेद चिकित्सा का वर्णन कई वर्षों पहले वेदों में किया गया था। आयुर्वेद में वर्णित है कि शरीर, मन और चेतना, संतुलन बनाण रखने में एक साथ कार्य करते हैं। इनकी असंतुलित अवस्था को विकृति कहा जाता है। इस अवसर पर आशुतोष वर्मा, आनंद प्रकाश, लक्ष्मीनारायण वर्मा, महेश वर्मा, सुखदेव, महेंद्र सैनी आदि मौजूद रहे।