देश दुनिया में हो रहा युग चेतना का विस्तार: डॉ. चिन्मय पण्ड्या
हरिद्वार। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या शुक्रवार को अपने सात दिवसीय विदेश प्रवास के बाद स्वदेश लौट आए। शांतिकुंज पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने बताया कि विदेशों में युवा भारतीय संस्कृति के सूत्रों को अपने व्यवहारिक जीवन में अपना रहे हैं। अपने प्रवास के दौरान उन्होंने वियतनाम, सिंगापुर, जापान में युग चेतना और भारतीय संस्कृति का विस्तार किया। वहीं, मुम्बई में उन्हें विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय संबंध (वीटीआर) शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हिरोशिमा में जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की अध्यक्षता में समारोह में विश्व के अनेक देशों के प्रतिनिधियों ने भारतीय संस्कृति एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार के कार्यों को तर्क तथ्य तथा प्रमाण के साथ जाना।