अंकिता हत्याकांड का दिखा रोष, बंद रहे प्रतिष्ठान
अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा देने की उठाई मांग
कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में व्यापारियों ने बंद रखे प्रतिष्ठान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर लोगों में भारी रोष बना हुआ है। अंकिता को श्रद्धांजलि देने के लिए रविवार को कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। क्षेत्रवासियों ने सरकार से अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा दिलवाने की मांग उठाई। वहीं, कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कोटद्वार शहर में पुलिस भी तैनात की गई। राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों पर पुलिस की विशेष नजर बनी हुई थी।
अंकिता हत्याकांड को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से उत्तराखंड बंद का आह्रान किया गया था। सुबह से ही उक्रांद कार्यकत्र्ता सड़क पर उतरकर व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखने की अपील कर रहे थे। पूरे दिन कोटद्वार व भाबर क्षेत्र का अधिकांश बाजार बंद ही रहा। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष शक्तिशैल कपरवाण ने कहा का अंकिता की हत्या से पूरा प्रदेश शोक में है। इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए। वहीं, दुगड्डा, गुमखाल, लैंसडौन, डाडामंडी क्षेत्र में भी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर अंकिता को श्रद्धांजलि दी। व्यापार मंडल, कांग्रेस व उक्रांद ने अंकिता के हत्यारों को सजा दिलवाने के लिए जनता से एकजुट होने की अपील की।
उक्रांद ने निकाला मशाल जुलूस
अंकिता हत्याकांड को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने शहर में मशाल जुलूस निकाला। कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार से हत्यारों को जल्द फांसी देने की मांग उठाई। कहा कि प्रदेश में बेटियों के साथ इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर केंद्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय संगठन मंत्री हरीश द्विवेदी, गुलाब सिंह, हयात सिंह गुसाईं, रमेश कोठारी, मदन सिंह बिष्ट, भूपाल सिंह रावत, जगमोहन रावत, अमित चौधरी, विनोद अग्रवाल, विनय भट्ट आदि मौजूद रहे।