स्थानीय विधायक और भाजपा पार्षदों का विकास से कोई लेना देना नहीं
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूंका प्रदेश सरकार का पुतला
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जिला कांग्रेस कमेटी एवं कांग्रेस भाबर मंडल कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में दुर्गापुरी में प्रदेश सरकार द्वारा सम्पति कर थोपे जाने, प्रदेश सरकार की सह पर श्रम विभाग के कर्मकार बोर्ड में 430 करोड़ रूपये के घोटाले की सीबीआई जांच करने, विकास प्राधिकरण थोपे जाने के विरोध में दुर्गापुरी में प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने कहा कि न तो क्षेत्रीय विधायक और न ही भाजपा के पार्षदों का कोटद्वार के विकास से कोई लेना देना नहीं है। सम्पति कर को लेकर जब महापौर ने पार्षदों को व्यक्तिगत पत्र देकर क्षेत्रों में जाकर जनता को जागरूक करने की अपील की तो भाजपा पार्षद नदारद रहे। उन्होंने कहा कि झूठा प्रचार करने वाले भाजपा पार्षदों का कोटद्वार के विकास से कोई लेना देना नहीं है।
दुर्गापुरी में पुतला दहन करते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार को विकास से कोई लेना नहीं है, विकास की बजाय आंकठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई भाजपा की सरकार में मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा कि सरकार की शह पर श्रम विभाग के कर्मकार बोर्ड में 430 करोड़ का घोटाला सामने आया है, लेकिन अभी तक घोटालेबाजों पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर कोटद्वार में जबरदस्ती नगर निगम एवं विकास प्राधिकरण थोपने का आरोप लगाया। इससे भी सरकार का मन नहीं भरा तो अब कोटद्वार भाबर की जनता पर सम्पति कर थोप दिया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो भी विकास कार्य हो रहे है वे सभी कार्य पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत हो रखे है, अब तो सिर्फ वर्तमान विधायक अपने बोर्ड लगाकर जनता को गुमराह कर रहे है। इस मौके पर भाबर मंडल अध्यक्ष भारत ंिसंह रावत, राजेन्द्र सिंह रावत, जिला महामंत्री विनोद नेगी, विनोद रावत, सतेन्द्र सिंह नेगी, प्रदीप रावत, सुदर्शन भंडारी, राजेन्द्र सिंह रावत, प्रेमा देवी, मनमोहन सिंह नेगी, मान सिंह थापा, बबली भंडारी, विनीता भारती, मेहरवान सिंह नेगी, अनूप सिंह नेगी, विनोद नेगी, विमला रावत, सुरेन्द्र सिंह रावत सहित जिलाध्यक्ष डॉ़ चन्द्रमोहन खरक्वाल, महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल, कृष्णा बहुगुणा, हेमचद्र पुंडीर, महावीर सिंह रावत आदि मौजूद थे।