शहर के मुख्य चौराहों के साथ ही गली-मोहल्लों में लगे गंदगी के ढेर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शहर को स्वच्छ व स्वस्थ बनाने के लिए नगर निगम लगातार प्रयास कर रहा है। बाजूवद कई लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। हालत यह है कि नगर निगम की चेतावनी के बाद भी लोग सार्वजनिक स्थानों पर कूड़े का ढेर डाल रहे हैं। जबकि, नगर निगम ने सार्वजनिक स्थान पर कूड़ा डालने वालों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हुए हैं। साथ ही सड़क किनारे कई स्थानों पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इन चेतावनी बोर्ड के आसपास ही सबसे अधिक कूड़े का ढेर लगा रहता है।
आमजन को सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए नगर निगम की ओर से समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। कुछ माह पूर्व ही नगर निगम ने स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया था। इसके तहत घर-घर जाकर लोगों को घरों से निकलने वाली गंदगी को निगम के कूड़े वाहनों में डालने की अपील की गई। लेकिन, अब भी कुछ ऐसे लोग हैं जो शहर की स्वच्छता पर पलीता लगा रहे हैं। घर-घर कूड़ा गाड़ी पहुंचने के बावजूद खाली प्लाट व सड़कों के किनारे गंदगी के ढेर डाले जा रहे हैं। सीसीटीवी कैमरे लगाने व जुर्माने की चेतावनी के बाद भी यह लोग अपनी इन हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। हालांकि पूर्व में नगर निगम सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा डालने वालों के खिलाफ चालान की कार्रवाई भी कर चुका है। सबसे बुरी स्थिति ऊर्जा निगम को जाने वाले मार्ग, देवी रोड, मानपुर रोड, गाड़ीघाट क्षेत्र में बनी रहती है।
बॉक्स समाचार
चालीस फीसद घरों से आ रहा कूड़ा
कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र के चालीस वार्डों में करीब 45 हजार मकान है। जहां करीब डेढ़ लाख की आबादी रहती है। घर-घर से कूड़ा एकत्रित करने के लिए नगर निगम की ओर से प्रत्येक वार्ड में कूड़ा वाहनों का संचालन किया जा रहा है। प्रतिदिन सैकड़ों टन कूड़ा वार्डों से एकत्रित कर उसे गाड़ीघाट ट्रैंचिंग ग्राउंड तक पहुंचाया जाता है। जहां कबाड़ अलग कर अवशेष की खाद बनाई जाती है। नगर निगम डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के एवज में घरों से महीने का तीस रुपये चार्ज वसूलता है। लेकिन, शहर के मात्र चालीस फीसद घरों से ही निगम के वाहनों में कूड़ा डाला जा रहा है। आज भी कई लोग खाली प्लाट व सड़क पर कूड़ा डाल रहे हैं। जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है।