बागेश्वर। गरुड़ के पाये गांव में सिंचाई के लिए नहर और पंप सेट दोनों बने हैं, लेकिन किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है। बगैर सिंचाई रोपाई के लिए रखी नर्सरी सूखने लगी है। रोपाई के लिए भी किसानों को अच्छी बारिश का इंतजार करना पड़ रहा है। गांव की महिलाओं ने सिंचाई कार्यालय में दो घंटे तक धरना देकर समस्या का निदान करने की मांग की। पाये गांव में 175 से अधिक परिवार निवास करते हैं। अधिकांश ग्रामीण खेतीबाड़ी करते हैं। गांव की करीब 300 नाली जमीन में होने वाली फसल की सिंचाई के लिए गरुड़ गंगा नदी से सिंचाई नहर बनी है। इसी नदी के पास एक पंप सेट भी बनाया गया है। बावजूद इसके खेतों तक पानी नहीं पहुंचता है। शुक्रवार को गांव की आक्रोशित महिलाओं ने सिंचाई विभाग कार्यालय में नारेबाजी करते हुए धरना दिया। कहा कि आषाड़ का महीना बीतने वाला है। इन दिनों खेतों में रोपाई की जाती है लेकिन पानी नहीं होने से किसान मायूस हैं। बारिश नहीं होने से धान की नर्सरी भी सूखने लगी है। पौध सूख गई तो खेत बंजर हो जाएंगे। महिलाओं ने जल्द समस्या का निदान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस मौके पर प्रेमा देवी, आशा देवी, सुनीता नेगी, पूजा बिष्ट, माया, प्रेमा नेगी, रेखा देवी , कमला देवी, पुष्पा देवी, भागीरथी देवी, पूजा नेगी आदि मौजूद रहे।