दिवाली से पहले ही रोडवेज की बसों में सीट हुईं ‘जीरो
हल्द्वानी। दीपावली नजदीक आने के साथ ही दिल्ली से आने वाली रोडवेज बसें भी पैक होने लगी हैं। 30 अक्तूबर को दिल्ली से आने वाली ऑनलाइन बुकिंग वाली 11 बसों में एक भी सीट बाकी नहीं बची है। जबकि 29 अक्तूबर को आने वाली दो बसों में भी कोई सीट नहीं बची है। इन बसों में एडवांस बुकिंग के ऑप्शन में जाने पर कंप्यूटर सिस्टम सीट संख्या शून्य दर्शा रहा है। अब रोडवेज प्रबंधन ऑफलाइन सेवा की बसों को संख्या बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। दीपावली में अब महज 12 दिन शेष हैं। इसके लिए दिल्ली से कुमाऊं के लिए लोगों ने आने की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली के लिए हल्द्वानी से चलने वाली 28 ऑनलाइन बुकिंग वाली बस सेवाओं में सीटों की बुकिंग होने लगी है। हाल यह है कि दीपावली से एक दिन पहले 30 अक्तूबर को दिल्ली से आने वाली 6 वॉल्वो और एक एसी जनरथ बस सेवा में सीटें फुल हो चुकी हैं। ऑनलाइन बुकिंग कराने के प्रयास में इन बसों में सीट संख्या शू्न्य दर्शा रहा है। वहीं साधारण सेवा की पांच बसों में भी एक भी सीट शेष नहीं है। वहीं 29 अक्तूबर को दिल्ली से आने वाली 2 वॉल्वो बसों में सीट संख्या शून्य दर्शा रहा है।
दिल्ली रूट पर बढ़ेंगी बस, फेरे भी बढ़ेंगे
परिवहन निगम की ऑनलाइन बुकिंग वाली बसें फुल होने के बाद अब ऑफलाइन बसों की संख्या बढ़ाने की तैयारी है। करीब 15 बसें दिल्ली रूट पर बढ़ेंगी। साथ ही हल्द्वानी डिपो की 35 से 40 बसों के दिल्ली के लिए फेरे बढ़ाने की योजना है। वहीं काठगोदाम डिपो का फोकस दिल्ली के साथ ही बरेली, टनकपुर और नैनीताल रूट पर अधिक रहेगा। वहीं दिल्ली के लिए ऑफलाइन बुकिंग की वॉल्वो बसें भी बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है।
11 बसें वर्कशॉप में खड़ीं
त्योहारी सीजन से पहले परिवहन निगम की करीब 11 से अधिक बसें कलपुर्जों के अभाव में डिपो कार्यशालाओं में खड़ी हैं। हल्द्वानी डिपो में टायर और ड्रम के अभाव में 6 बसें खड़ी हैं, जबकि काठगोदाम डिपो में 5 बसें खड़ी हैं। वहीं कुछ बसों को फिर भी रूट पर भेजा जा रहा है लेकिन यह कई बार रास्ते में ही खराब हो जा रही हैं।
पार्ट्स उपलब्ध नहीं होने की वजह से कुछ बसें वर्कशॉप में खड़ी हैं। इसलिए दीपावली के त्योहार पर करीब 15 बसें ही दिल्ली रूट पर बढ़ सकेंगी। साथ ही करीब 35 से 40 बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे। नई बसें त्योहार से पहले मिलने पर बसों की संख्या भी बढ़ायी जाएगी। -सुरेंद्र सिंह बिष्ट, एआरएम, हल्द्वानी