परमार्थ निकेतन में हुआ राधा अष्टमी पर कार्यक्रम आयोजित
ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में राधा अष्टमी धूमधाम से मनाई गई। वक्ताओं ने राधा अष्टमी के महत्व के बारे में बताया। मंगलवार को परमार्थ निकेतन में ‘राधा अष्टमी पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राधा व कृष्ण की पूजा-अर्चना की गई। ऋषिकुमारों ने भजन की प्रस्तुतियां दीं। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि राधा पवित्र प्रेम और समर्पण का प्रतीक हैं। उन्होने अपने आप को मन, वचन, कर्म और बुद्धि से पूर्णरूपेण अपने ईष्ट को निस्वार्थ भाव से सौंप दिया था। इससे उनका जीवन श्रीकृष्णमय हो गया था। इसलिए भगवान श्रीकृष्ण के नाम के पहले राधा का नाम लिया जाता है। अपने हृदय में समर्पण भाव को जागृत करने के लिये श्रद्धा का होना नितांत आवश्यक है। जहां श्रद्धा होगी, प्रेम अपने आप आ जाता है। उन्होंने सभी को प्रकृति के प्रति समर्पित होकर जीवन जीने का संकल्प कराया।