हरिद्वार। दीक्षांत समारोह में पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के आगमन से पूरा पतंजलि परिवार गौरवान्वित है। कहा कि पतंजलि विवि के विद्यार्थी केवल शिक्षा नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की भावना से ओतप्रोत होकर आगे बढ़ रहे हैं। स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि विवि का हर विद्यार्थी जॉब सीकर नहीं बल्कि जॉब क्रिएटर है। यहां शिक्षा का आधार किसी जाति या धर्म पर नहीं बल्कि सनातन सिद्धांतों पर आधारित है। कहा कि पतंजलि विवि का उद्देश्य केवल शिक्षित नागरिक नहीं, बल्कि चरित्रवान, आत्मनिर्भर और नैतिक समाज का निर्माण करना है। विवि के कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि विवि ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को सफलतापूर्वक लागू किया है।
यह नीति शिक्षा को रोजगारपरक, बहुविषयक और मूल्य-आधारित बनाने का लक्ष्य रखती है। कहा कि पतंजलि विवि ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से 3.48 ग्रेड प्वाइंट के साथ ए प्लस ग्रेड प्राप्त किया है, जो इस संस्थान की उच्च गुणवत्ता का प्रमाण है। कहा कि विवि में शुल्कमुक्त शिक्षा प्रणाली और मेधावी विद्यार्थियों के लिए विशेष छूट दी जाती है। बताया कि पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन ने योग, आयुर्वेद और समग्र स्वास्थ्य विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय वैज्ञानिक योगदान दिया है, जिसके लिए उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। आचार्य ने बताया कि विवि खेल, संस्कृति और अनुसंधान के क्षेत्र में भी निरंतर प्रगति कर रहा है। कहा कि पतंजलि विवि को हम विश्व के श्रेष्ठतम विश्वविद्यालयों की श्रेणी में लेकर जायेंगे। कार्यक्रम में पतंजलि विवि तथा पतंजलि योगपीठ परिवार से संबद्ध सभी वरिष्ठ सदस्य, अधिकारीगण, प्राध्यापकगण, विद्यार्थी और संन्यासी भाई-बहन उपस्थित रहे।