वेतन विसंगतियों में सुधार की मांग, पूर्व सैनिकों ने किया अनशन
केंद्र सरकार से की वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए पूर्व सैनिकों ने तहसील में एक दिवसीय अनशन दिया। पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार पर उनकी अनदेखी का भी आरोप लगाया। कहा कि सरकार पूर्व सैनिक व सैनिकों की समस्या को लेकर लापरवाह बनी हुई है। यदि जल्द समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो आंदोलन चलाया जाएगा।
रविवार को पूर्व सैनिक संघर्ष समिति से जुड़े पूर्व सैनिकों ने तहसील में अनशन किया। समिति के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह ने कहा कि वर्तमान में वन रैंक, वन पेंशन में बहुत अधिक विसंगतियां है। जिसके कारण पूर्व सैनिकों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। 20 फरवरी से पूर्व सैनिक लगातार धरना-प्रदर्शन कर सरकार को जगाने का कार्य कर रहे हैं। बावजूद इसके समस्या पर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। मौके पर पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार से वन रैंक, वन पेंशन में सभी सैनिकों के लिए फिटमेंट फैक्टर बराबर करने, वीर नारियों को अधिकारी वीर नारियों के समान पेंशन देने, अपंगता पेंशन समान करने व स्वैच्छिक रिटायरमेंट के पेंशनर को भी वन रैंक वन पेंशन का लाभ देने की मांग उठाई। कहा कि जब तक समस्याओं का निराकरण नहीं होगा पूर्व सैनिक सरकार के खिलाफ आंदोलन करते रहेंगे। इस मौके पर राजेश सिंह, नंदन सिंह, ठाकुर सिंह, देवेंद्र रावत, सुभाष कुकरेती, सूरबीर खेतवाल, मदन सिंह, कुबेर जलाल, देवेंद्र धस्माना, राजेश वर्मा, गोपाल नेगी, भारत सिंह, दरवान सिंह, वलवान सिंह, प्रकाश रावत, प्रमोद रावत आदि मौजूद रहे।