केंद्रीय विद्यालय की मांग को पूर्व सैनिकों ने सीएम को भेजा ज्ञापन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार में केंद्रीय विद्यालय खोलने की मांग को लेकर पूर्व सैनिक सेवा परिषद से जुड़े पूर्व सैनिकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। पूर्व सैनिकों का आरोप है कि पूर्व में कई बार आश्वासन देने के बाद भी सरकार केंद्रीय विद्यालय खोलने को लेकर गंभीर नहीं है। संगठन ने जल्द मांग पूरी नहीं होने पर स्थानीय जनता के साथ मिलकर आंदोलन की चेतावनी दी है।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को भेजे ज्ञापन में कैप्टन (रिटायर) सीपी डोबरियाल ने कहा कि कोटद्वार क्षेत्र के अधिकतर युवा भारतीय सेना में कार्यरत हैं। सैनिकों के पाल्यों को बेहतर शिक्षा मिल सके, इसके लिए क्षेत्र में एक केंद्रीय विद्यालय खोला जाना आवश्यक है, लेकिन अभी तक विद्यालय खोलने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि कोटद्वार विधान सभा सैनिक बाहुल्य होने के बावजूद भी मूलभूत सुविधाओं से अभी भी वंचित है। विगत 15 वर्षों से केंद्रीय विद्यालय खोलने की मांग पूर्व सैनिक सेवा परिषद कोटद्वार के द्वारा की जा रही है, लेकिन केन्द्रीय विद्यालय स्वीकृति के लिए फाईल कई वर्षों से केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में पड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में केंद्रीय विद्यालय खोलने का उल्लेख किया गया था। पूर्व सैनिक कई साल से शासन-प्रशासन से केंद्रीय विद्यालय खुलवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। पहले जब पूर्व सैनिकों ने आंदोलन किया था तो प्रशासन ने उन्हें एक माह के भीतर केंद्रीय विद्यालय के लिए भूमि के चयन का आश्वासन दिया था। लेकिन, अब तक इसके लिए धरातल पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई, जिससे पूर्व सैनिकों में रोष व्याप्त है। ज्ञापन देने वालों में सीपी डोबरियाल, अनूप बिष्ट, सुभाष कुकरेती, उमेश चौधरी, बलवान सिंह, रावत, सुरेश रावत, गोपाल सिंह नेगी, एसएस नौगांई शामिल थे।