जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पूर्व में आश्वासन के बाद भी कोटद्वार में केंद्रीय विद्यालय का निर्माण नहीं होने पर पूर्व सैनिकों ने रोष व्यक्त किया है। कहा कि भूमि चिह्रत होने के बाद भी विद्यालय निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होना जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।
सोमवार को सदस्यों ने पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल के नेतृत्व में पूर्व सैनिकों ने तहसील परिसर में सांकेतिक धरना दिया। कहा कि केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत होने के बाद भी केंद्रीय विद्यालय का निर्माण न होना क्षेत्रीय जन के साथ अन्याय है। पूर्व सैनिक कई सालों से केंद्रीय विद्यालय खोले जाने की मांग कर रहे हैं। कोटद्वार में कई स्थानों पर भूमि भी चिह्नित की गई। लेकिन, मानक पूरे न होने पर केंद्रीय विद्यालय की टीम ने उक्त भूमि को खारिज कर दिया। लेकिन, अब उत्तरी झंडीचौड में केंद्रीय शिक्षा मंत्री के माध्यम से आठ एकड़ भूमि स्वीकृत की गई है। लेकिन, क्षेत्रीय विधायक की मनमानी के चलते विद्यालय का निर्माण नहीं हो रहा है। जिससे पूर्व सैनिकों ने आक्रोश पनप रहा है। शीघ्र ही चिह्नित भूमि पर केंद्रीय विद्यालय का निर्माण करवाए जाने की मांग की है। इस मौके पर सीपी डोबरियाल, देवेंद्र सिंह नेगी, विनोद चंद्र ध्यानी, सुरेश रावत, संतन सिंह रावत, दिवाकर लखेड़ा, विनोद चंद्र नैथानी, बृजमोहन कोटनाला मौजूद रहे।