समस्याओं पर आक्रोश, सड़क पर उतरे पूर्व सैनिक
मालन पुल निर्माण नहीं होने सहित विभिन्न समस्याओं पर जताया रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: छह माह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी मालन पुल निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होने सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर पूर्व सैनिकों ने आक्रोश रैली निकाली। पूर्व सैनिकों ने जल्द समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर जन आंदोलन चलाने की चेतावनी दी है। कहा कि जनता की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
रविवार को पूर्व सैनिक संघर्ष समिति के बैनर तले मालन पुल से तहसील तक आक्रोश रैली निकाली गई। सड़क पर उतरे पूर्व सैनिक व स्थानों लोगों ने सरकार की नाकामी पर रोष व्यक्त किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि मालन पुल को टूटे छह माह से अधिक का समय हो गया है, लेकिन सरकार की ओर से अभी तक पुल निर्माण की दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। सरकार के ढ़ुलमुल रवैये के कारण पुल निर्माण कार्य मुश्किल लग रहा है, ऐसे में अगले बरसात तक भाबरवासियों को वैकल्पिक मार्ग का ही उपयोग करना पड़ेगा। कहा कि कोटद्वार विधान सभा विकास कार्यों में पहले ही पीछे छूट चुकी है। यहां के लिए हुई घोषणाएं धरातल पर नहीं उतर पाई हैं। इसलिए पूर्व सैनिकों को बार-बार आक्रोश रैली का आयोजन करना पड़ रहा है। तत्पश्चात मालन पुल से लोग वाहनों से देवी मंदिर पहुंचे और देवी मंदिर से रैली की शक्ल में तहसील पहुंचे और प्रशासन को ज्ञापन प्रेषित किया। सदस्यों ने मालन पुर निर्माण, मेडिकल कॉलेन का निर्माण, लाढांग-चिल्लरखाल मोटर पुल का जल्द निर्माण नहीं होने पर आंदोलन चलाने की भी चेतावनी दी। रैली में समिति अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत, सी पी डोबरियाल, आर पी पंत, गजेंद्र धस्माना, कुबेर जलाल, प्रमोद रावत, देवेंद्र बिष्ट और सुरेश नेगी सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता शामिल रही।