बेस अस्पताल की अव्यवस्थाओं पर भड़के पूर्व सैनिक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर पूर्व सैनिकों ने रोष व्यक्त किया है। कहा कि कई बार शिकायत के बाद भी अस्पताल में रिक्त पड़े चिकित्सकों के पदों को नहीं भरा जा रहा है। यही नहीं पूर्व में संचालित हो रहे जन औषधी केंद्र को भी बंद कर दिया गया है। बेस अस्पताल केवल रेफर सेंटर बनकर रह गया।
समिति के अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत के नेतृत्व में सदस्यों ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र भेजा। कहा कि गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार में स्थित बेस अस्पताल में पहाड़ के साथ ही मैदान के सैकड़ों लोग स्वास्थ्य लाभ लेने पहुंचते हैं। लेकिन, पिछले कई वर्षों से अस्पताल में अव्वस्थाओं का अबांर लगा हुआ है। हालत यह है कि चिकित्सकों के लिए स्वीकृत 58 पदों में से 38 पद रिक्त चल रहे हैं। पैरामेडिकल के 42 पद रिक्त पड़े हुए हैं। इसी तरह चतुर्थ श्रेणी व अन्य पद भी कई वर्षों से रिक्त पड़े हुए हैं। यही नहीं अस्पताल में संचालित हो रहे जन औषधी केंद्र भी बंद कर दिया गया है। जिससे गरीब जनता को बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। सरकारी अस्पताल का लाभ जनता को नहीं मिल पा रहा है। कहा कि यदि दस दिन के भीतर व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो पूर्व सैनिक जनता के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे।