महिलाओं को बताए कानूनी अधिकार
देहरादून। फिक्की लेडीज अर्गनाइजेशन (फ्लो) उत्तराखंड चौप्टर ने दून बिजनेस स्कूल के सहयोग से गुरुवार को महिलाओं के लिए कानूनी साक्षरता पर एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य कर्पोरेट को सशक्त बनाना और मानवाधिकार चुनौतियों से निपटना और कानूनों की जानकारी देना था। कार्यशाला की मुख्य वक्ता प्रतिष्ठित कर्पोरेट वकील और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की सदस्य एडवोकेट त्रिशला मलिक ने बताया कि कानूनी साक्षरता सशक्तिकरण की आधारशिला है, जो व्यक्तियों को जटिलताओं से निपटने और विभिन्न संदर्भों में अपने अधिकारों को बनाए रखने में सक्षम बनाती है। फ्लो उत्तराखंड की अध्यक्ष ड़ अनुराधा मल्ला ने जागरूकता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में कानूनों की जानकारी के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हम लोगों को आज की गतिशील दुनिया में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्घ हैं। यह कार्यशाला कानूनी साक्षरता और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए हमारे समर्पण का उदाहरण है। दून बिजनेस स्कूल के धर्मवीर सेन ने इस पहल का नेतृत्व करने के लिए ड़ अनुराधा मल्ला का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मानवाधिकार मुद्दों के बारे में छात्रों की समझ बढ़ाने और सूचित नागरिकता की संस्ति को बढ़ावा देने में ऐसी कार्यशालाओं के महत्व पर जोर दिया। कार्यशाला का संचालन फ्लो सदस्य और दून बिजनेस स्कूल की फैकल्टी नेहा चोकसी ने किया।