हत्या का मुकदमा दर्ज करने पर जताया रोष
26 अक्टूबर को कीटनाशक खाने से हुई थी विवाहिता की मौत
ससुराल पक्ष ने पुलिस पर बिना जांच मुकदमा दर्ज करने का लगाया आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: 26 अक्टूबर को जीवानंदपुर क्षेत्र में कीटनाशक खाने से हुई विवाहिता की मौत के मामले में ससुराल पक्ष ने पुलिस पर बिना जांच कि हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया है। कहा कि पुलिस ने अस्पताल में उपचार के लिए पहुंची विवाहिता के बयान भी दर्ज नहीं किए। पुलिस ने मृतिका की मां की झूठी तहरीर पर पति पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया। जबकि, विवाहिता को बचाने के लिए ससुराल पक्ष ने हर संभव प्रयास किए।
बताते चलें कि बीती 26 अक्टूबर को खूनीबड़ निवासी अनीता देवी की कीटनाशक का सेवन करने से मौत हो गई। 27 अक्टूबर को मृतका की मां प्रतिमा देवी की तहरीर पर पुलिस ने उसके पति पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया था। पुलिस की इस कार्रवाई से नाराज क्षेत्रवासियों ने कोतवाली में पहुंचकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। ससुराल पक्ष का आरोप था कि उन्होंने अनीता का किसी भी तरह से उत्पीड़न नहीं किया। अनीता ने स्वयं ही कीटनाशक का सेवन कर आत्महत्या की है। बताया कि वह अनीता को निजी वाहन से उपचार के लिए राजकीय बेस चिकित्सालय में लेकर भी पहुंचे थे। इस दौरान सूचना के बाद भी पुलिस ने अनीता के बयान दर्ज नहीं किए। ऐसे में अब ससुराल पक्ष पर हत्या का मुकदमा दर्ज करना ठीक नहीं है। कोतवाली पुलिस ने जांच के बाद ही कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद आक्रोशित लोग शांत हुए। पुलिस ने कहा कि जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई होगी। इस मौके पर पर पार्षद सौरभ नौडियाल, पार्षद कमल सिंह, अनूप सिंह नेगी, दिलावर सिंह सहित कई महिलाएं मौजूद रही।
पति की गिरफ्तारी नहीं होने पर रोष
वहीं, अनीता देवी के मायके पक्ष ने हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद भी आरोपितयों की गिरफ्तारी नहीं होने पर रोष व्यक्त किया है। उन्होंने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देते हु जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। कहा कि पुलिस मुकदमा दर्ज होने के बाद भी जांच में लापरवाही बरत रही है। जबकि, अनीता के हत्यारे अब भी खुलेआम घूम रहे हैं।