झील की प्रगति डीपीआर से आगे ना बढ़ने पर जताया रोष
नौगांव कमंदा के ग्रामीणों ने रोजगार और समस्याओं के निराकरण की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली : चौबट्टाखाल विधानसभा के सतपुली झील निर्माण को लेकर सिंचाई विभाग ने लोनिवि के निरीक्षण भवन में ग्रामीणों की बैठक ली। बैठक में सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों ने ग्रामीणों से सुझाव लिए। ग्राम नौगांव कमंदा के ग्रामीणों ने उनकी भूमि प्रभावित होने पर उन्हें झील में रोजगार देने और उनकी समस्याओं के निराकरण की मांग की।
व्यापार मंडल अध्यक्ष जयदीप नेगी ने पिछले 6 वर्षों से झील की प्रगति के डीपीआर से आगे ना बढ़ने पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि अब तक झील बन कर तैयार हो जानी चाहिए थी, लेकिन विभाग अभी तक डीपीआर में ही उलझा हुआ है। अन्य वक्ताओं ने भी अविलंब झील निर्माण की मांग उठाई। मुख्य अभियंता सुभाष चंद्र पांडे ने बताया कि शासन के निर्देशों के अनुरूप झील की डीपीआर दोबारा बनाई जा रही है। जिसमें झील को बहुउद्देशीय बनाने के लिए सिंचाई, मत्स्य पालन, जल विद्युत परियोजना और पेयजल योजना से जोड़ने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2 माह के भीतर दोबारा झील की डीपीआर बनाकर शासन को प्रेषित कर दी जाएगी। बैठक में पर्यटन अधिकारी प्रकाश खत्री ने झील को पर्यटन विकास से जोड़ने के लाभों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। वहीं जल विद्युत निगम, पेयजल और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने भी झील को अपने विभाग से जोड़े जाने की संभावनाओं की जानकारी देते हुए इसके लाभ गिनाए। बैठक में सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता सुभाष चंद्र पांडे, अधीक्षण अभियंता संजीव कुमार, अधिशासी अभियंता सचिन शर्मा, भाजपा नेता वेद प्रकाश वर्मा, नौगांव वन पंचायत सरपंच महेंद्र कुमार, महिला मंगल दल नौगांव कमंदा अध्यक्ष सुमित्रा देवी, बृजमोहन रावत, सत्यराज नेगी, सुनील डंड्रियाल, चंद्र मोहन रावत आदि शामिल रहे।