बेमौसम बारिश से किसानों के चेहरे मायूस
ऋ षिकेश। मौसम की करवट से गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन बेमौसम बारिश अपने साथ कई चिंताएं भी लेकर आई। बारिश से किसानों के चेहरे मायूस हो गए। क्योंकि अभी गेहूं की फसल की कटाई जारी है। ऐसे में बारिश किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा सकती है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 26 एवं न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस रहा। शुक्रवार सुबह से ही मौसम ने करवट बदल ली। आसमान में काले बादल छा गए। तेज हवा के साथ रिमझिम बारिश शुरू हो गई। ठंडी हवाएं चलने से मौसम में ठंडक भी आ गई। ठंडक बढ़ने से बाजार में भी खरीदारों की भीड़ कम दिखी। शादियों का सीजन होने से इन दिनों सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक बाजार ग्राहकों से अटे रहे है। लेकिन शुक्रवार को बारिश के चलते बाजार में कम लोग ही खरीदारी को पहुंचे। सरकारी दफ्तर तीन दिन के लिये बंद होने से भी बाजार में इसका असर देखा गया। तेज हवा चलने से कुछ इलाकों में बिजली की सप्लाई भी बाधित हुई।
किसानों को बारिश से नुकसान: बारिश से अभी सबसे अधिक नुकसान फसलों को है। क्योंकि कई जगहों पर गेहूं की फसल की कटाई नहीं हुई है तो कई जगहों पर थ्रेसिंग का काम चल रहा है। लेकिन वहीं गन्ने फसल को बारिश से लाभ होगा। किसानों का कहना है कि इस बारिश से लाभ कम ज्यादा नुकसान है। ऐसे में बारिश होती है तो गेहूं की फसल कटाई और अन्य कार्य आगे बढ़ सकता है।
मौसम का लोगों के स्वास्थ पर भी पड़ सकता है असर: कोविड काल के दौरान ऐसे मौसम के उतार चढ़ाव काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में बचाव के लिए और ज्यादा सवाधानी आवश्यक हो जाती है। एम्स के फिजिशियन डा.रविकांत बताते है कि ऐसे मौसम में कई वायरल बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचाव के लिए संतुलित आहार लें व ठंडे पानी के सेवन से बचें।