दून में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार
देहरादून। पुलिस ने पटेलनगर क्षेत्र में शनिवार को एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए युवती समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यहां काम कर रहे 15 युवक-युवतियों को भी नोटिस जारी किए गए हैं। कॉल सेंटर से विदेशों में कॉल कर लोगों से लैपटॉप, कंप्यूटर ठीक करने के नाम पर धोखधड़ी की जाती थी। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि उन्हें पटेलनगर में महंत इंद्रेश अस्पताल के पास रिद्धिम टॉवर में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर के संचालन की सूचना मिली थी। इसपर सीओ सदर के नेतृत्व में एसओजी की एक टीम गठित की गई। टीम ने शनिवार को कॉल सेंटर में दबिश दी। यहां प्रथम तल पर बड़े हॉल में कुछ युवक, युवतियां लैपटॉप और कम्पयूटर के सामने बैठकर हैडफोन लगाकर कॉल पर बात कर रहे थे। जो स्वंय को माइक्रोसॉफ्ट ऑनलाइन सपोर्ट कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगों से उनके कम्पयूटर सिस्टम से वायरस/ बग हटाकर उनके बैंक खातों की जानकारी मांग रहे थे। पुलिस के पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वो विवेक निवासी ग्राम अगरोहा, हिसार, हरियाणा और निकिता निवासी सोनादा दार्जलिंग, पश्चिम बंगाल के लिए काम करते हैं। पुलिस ने विवेक और निकिता को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, 15 युवक-युवतियों को 41 सीआरपीसी के नोटिस जारी किए गए हैं।
ऐसे करते थे ठगी: कॉल सेंटर के कर्मचारी अपना नाम बदलकर स्वयं को माइक्रोसॉफ्ट का प्रतिनिधि बताकर विदेशी कॉल आने पर लोगों से बात करते थे। आरोपी खुद ही उनके सिस्टम में बग या वायरस भेजते थे और बाद में उसे ही ठीक करने के नाम पर अल्ट्रा व्यूवर का प्रयोग कर सिस्टम की एक्सेस प्राप्त कर लेते थे। इसके बाद गिफ्ट कार्ड और क्रिफ्टो करेंसी में उनसे पेमेंट ली जाती थी।
धोखाधड़ी से मिलती थी अच्छी सेलरी: कर्मचारियों ने बताया कि विवेक और निकिता द्वारा उन्हें धोखाधड़ी करने के लिए अच्छी सेलरी दी जाती थी। पुलिस ने मौके से 14 लैपटॉप, हेड फोन, सात मोबाइल फोन, ब्रॉडबैन्ड कनैक्शन से सम्बन्धित उपकरण आदि बरामद किए हैं।