फल्दियागांव पहुंची लोकजात का भव्य स्वागत
देवाल। 14 अगस्त से प्रारंभ हुई राज-राजेश्वरी मां नंदा की लोकजात शुक्रवार को अपने आठवें पड़ाव फल्दियागांव पहुंच गई है। इस दौरान ग्रामीणों ने जागर व भजन-कीर्तन कर मां नंदा का भव्य स्वागत किया और सुख समृद्घि की कामनाएं की।
सुबह धरा गांव से चली लोकजात के पूर्णा गांव पहुंचने पर ग्राम प्रधान मनोज कुमार, नंदन राम, गणेश मिश्रा, गुड्डू राम ललित मोहन, उमेश चंद्र ने मां नंदा की डोली का स्वागत किया और उसे देवाल बाजार पहुंचाया। जहां व्यापार संघ अध्यक्ष केडी मिश्रा, बलवीर घुनियाल, प्रताप कठैत, आनंद बिष्ट, उमेश मिश्रा, पुष्कर कोटेडी जनप्रतिनिधियों ने पुष्पमालाओं के साथ देवी को पूजन-सामग्री भेंट कर आर्शीवाद लिया। उन्होंने मा नंदा से कोरोना महामारी से जल्द निजात दिलाने की प्रार्थना भी की। इस दौरान ध्याणियों ने माता को नए अनाज व श्रंगार सामग्री अर्पित कर मनौती मांगी। देवाल मुख्य बाजार में दो घंटे तक विश्राम के बाद लोकजात देवसारी, कैल, तलौर, पदमल्ला, रैन, पलवरा, ओडर, लिंगड़ी, चौड, खेता, मानमती, मेलखेत आदि गांव से सैकडों श्रद्घालुओं ने पूजा में भाग लिया और यात्रा को कैलाश के लिए विदा किया। शनिवार को लोकजात फल्यिागांव से कांडई, पिलखाडा, ल्वांणी, बगडीगाड होते हुए नवें पड़ाव मुंदोली पहुंचेगी। नंदा डोली के साथ चल रहे मुख्य पुजारी मंशा राम गौड़, राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि 25 अगस्त को नंदा सप्तमी के दिन 13 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित वेदनी कुंड में देवी की पूजा के बाद यात्रा संपन्न होगी और डोली छह माह देवराड़ा गांव स्थित दुर्गा मंदिर में प्रवास करेगी।