विजय दिवस पर कारगिल शहीदों के परिजनों को किया गया सम्मानित
काशीपुर। कारगिल विजय दिवस पर युद्घ में शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया। साथ ही स्कूलों में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। मंगलवार को शहीद चौक कुंडेश्वरी में कारगिल विजय दिवस विजयपथ पूर्व सैनिक संगठन सदस्य एवं प्रशासन ने शहीद पदम राम कन्याल की पत्नी भगवती कन्याल व शहीद अमित नेगी के भाई सुमित नेगी को शल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। वहां पर एसडीएम अभय प्रताप सिंह, तहसीलदार अक्षय भट्ट, भाजपा मंडल अध्यक्ष परविंदर विर्क, ब्लक प्रमुख अर्जुन कश्यप, बच्चन सिंह नेगी, सचिव लाल सिंह, कोषाध्यक्ष विजेंद्र सिंह रहे। उधर, राधेहरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कारगिल विजय दिवस पर प्राचार्य ड़ चंद्र राम, 24 यूके बालिका वाहिनी एनसीसी अफिसर लेफ्टिनेंट ड़ लक्ष्मी देवी, 78 बीएन एनसीसी लेफ्टिनेंट ड़ पीपीएस चौहान और कैडे्टों ने शौर्य दीवार पर माल्यार्पण कर मोमबत्ती जलाकर श्रद्घाजंलि देकर सलामी दी। परिसर में पौधा रोपण किया। पोस्टर प्रतियोगिता कराई गई विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। किसान इंटर कलेज कुंडेश्वरी में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्य, खंड शिक्षा अधिकारी आरएस नेगी, प्रधानाचार्या ड़ किरण सिंह, कर्नल पंकज गोयल, कर्नल श्यामलाल, कर्नल पंकज तिवारी, ग्रुप कैप्टन अच्युत कुमार ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने शिक्षकों एक अच्टे शिक्षक के रूप में कार्य करने की प्रेरणा दी। यहां शहीद पदम राम कन्याल की पत्नी भगवती कन्याल व शहीद अमित नेगी के भाई सुमित नेगी और छात्रा तुषा टम्टा को सम्मानित किया गया। वहीं कर्नल पंकज गोयल ने किसान इंटर कलेज की छात्रा तुषा टम्टा को आयोजित क्वीज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कार के रूप में 3500 रुपये व प्रशस्ति पत्र दिया। उदयराज हिन्दू इंटर कलेज में एनसीसी कैडेट्स समेत शिक्षकों ने शहीदों को नमन कर श्रद्घांजलि अर्पित की। प्रधानाचार्य बृजेश कुमार गुप्ता, एनसीसी अधिकारी मेजर मुनीशकांत शर्मा, अशोक कुमार अग्निहोत्री, मनोज विश्नोई मौजूद रहे। उधर, आर्मी पब्लिक स्कूल हेमपुर में कारगिल विजय दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि कारगिल युद्घ के दो बार के सेना मेडल विजेता बहादुर सिंह, भगत सिंह चौहान, स्कूल चेयरमैन कर्नल रविकांत शर्मा, प्रधानाचार्या ड़ मालिनी शर्मा रहे। चेयरमैन ने दोनों वीर सैनिकों को अंग वस्त्र से सम्मानित किया। बच्चों ने यहां कई प्रस्तुतियां दीं। अतिथियों ने छात्रों को कारगिल युद्घ के अपने अनुभव साझा किए।