गुरुवार रात प्रशासन ने गाड़ीघाट क्षेत्र में ध्वस्त की थी झोपड़ियां
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत राजकीय स्टेडियम गाड़ीघाट के समीप सरकारी भूमि में झोपड़ी का निर्माण करवाने वाले परिवारों ने प्रशासन से उन्हें छत उपलब्ध करवाने की मांग की है। कहा कि नगर निगम व प्रशासन ने अतिक्रमण का हवाला देते हुए उनकी झोपड़ियों को तोड़ दिया है। ऐसे में परिवार बेघर हो गए हैं और सड़क पर रात काटने को मजबूर हो रहे हैं।
मालूम हो कि एक दिन पूर्व नगर निगम व प्रशासन ने गाड़ीघाट में निर्माणाधीन झोपड़ियों को हटाया गया। इसके बाद गुरुवार को यह सभी परिवार तहसील परिसर में पहुंचे और उपजिलाधिकारी सोहन सैनी से मुलाकात की। प्रभावितों का कहना था कि वर्ष 2023 में खोह नदी के उफान से उनके भवन बह गए थे। जिसके बाद से वह किराए के भवनों व सड़कों पर दिन काट रहे थे। बताया कि नदी किनारे सुरक्षा दीवार निर्माण होने के बाद उन्होंने स्टेडियम के समीप खाली स्थान पर झोपड़ी बनाई हुई थी। लेकिन, गुरुवार रात उनकी झोपड़ियों को उजाड़ दिया है। ऐसे में अब उनके समझ आशियाने का संकट खड़ा हो गया है। प्रभावित पूजा देवी ने बताया कि उनका 15 दिन का बच्चा है। ऐसे में वह अपने नवजात बच्चे को लेकर सड़कों पर भटकने को मजबूर हो रही है। कहा कि उनके पास वोटर कार्ड, राशन कार्ड, बिजली का बिल व अन्य कई दस्तावेज भी हैं। बावजूद उन्हें सिर ढकने के लिए एक झोपड़ी तक नहीं बनाने दी जा रही है। इस मौके पर राजकुमार, महेंद्री देवी, सपना देवी, शोभा देवी, बीना देवी, रीना देवी, पिंकी देवी, माया आदि मौजूद रहे।