जमानत पर रिहा यूकेडी नेताओं का समर्थकों ने किया फूल मालाओं से स्वागत
देहरादून। पुलिस ग्रेड पे कटौती को लेकर पुलिस परिजनों के आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे यूकेडी नेताओं को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। जमानत पर रिहा होते ही कोर्ट के बाहर मौजूद दर्जनों समर्थकों ने तीनों नेताओं का फूल मालाओं से जमकर स्वागत किया। कोर्ट परिसर से उनके समर्थक तीनों नेताओं को कचहरी परिसर स्थित शहीद स्थल पर ले गए जहां पर सभी यूकेडी कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड के लिए इस संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लिया। रविवार देर रात यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल, शांति भट्ट और नरेश नौटियाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। तीनों नेताओं को रात भर थाना कोतवाली में बंद रखने के बाद पुलिस ने उन्हें सुबह सिटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। जहां पर तीनों नेताओं को जमानत दे दी गई। यूकेडी नेता शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि उनको शारीरिक तौर गिरफ्तार किया जा सकता है, लेकिन उनके विचारों की गिरफ्तारी संभव नहीं है। सेमवाल ने कहा कि पुलिस कर्मियों के लिए 4600 से नीचे का ग्रेड पे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं। यह पुलिसकर्मियों के मानवाधिकारों का उल्लंघन है। यूकेडी नेताओं की जमानत कराने वाले अधिवक्ता अरुण ढौंडियाल ने बताया कि इस मामले में सुनवाई के लिए अगली तिथि 21 अक्तूबर तय की गई है।
शांति भट्ट ने कहा कि यह आंदोलन और तेज किया जाएगा। नरेश बौंठियाल ने कहा कि पुलिस ग्रेड पे के लिए न्याय की लड़ाई जारी रहेगी। संगठन मंत्री संजय बहुगुणा ने कहा कि पुलिस परिजनों के आंदोलन को उनका समर्थन जारी रहेगा। महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने कहा पुलिस ग्रेड मे कटौती को जनता के बीच मुद्दा बनाया जाएगा। मौके पर केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय, महानगर अध्यक्ष दीपक रावत, सविता श्रीवास्तव, सरोज रावत, शकुंतला रावत, सुमन बडोनी, आरसी बडोनी, मातबर सिंह, सुंदर सिंह कंसवाल, अनिल डोभाल, मीनाक्षी सिह, मीनाक्षी घिल्डियाल, अनिरुद्घ काला, किरण रावत, प्रशांत भट्ट, प्रमोद डोभाल, सीमा रावत, पंकज बेलवाल, राजेश्वरी रावत, गोपाल उनियाल, केंद्रीय युवा मोर्चा के अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, राजेंद्र प्रधान, जबर सिंह पावेल, कमलकांत, महामंत्री बहादुर सिंह रावत शामिल थे।