देहरादून। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे में तैनात हवलदार के दून फाइनेंस कराने के लिए दिए दस्तावेजों का उपयोग कर फर्जीवाड़े से आठ लाख रुपये का ड्रोन कैमरा खरीद लिया गया। लोन की कई किश्त कटने पर पीड़ित को पता। उन्होंने इसे लेकर प्रेमनगर थाने में अज्ञात आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एसओ प्रेमनगर गिरीश नेगी ने बताया कि हवलदार राजेंद्र लाल निवासी मिट्टी बेहड़ी प्रेमनगर हाल में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे में ड्रिल उस्ताद के तौर पर तैनात हैं। वह वर्ष 2017 से लेकर 2022 तक आईएमए देहरादून में तैनात रहे। इस दौरान उन्होंने प्रेमनगर स्थित एक दुकान से फ्रीज फाइनेंस कराया था। इसमें अपना आधार, पेन कार्ड, पासबुक और मोबाइल नंबर दिया। यह नवंबर हवलदार ने वर्ष 2019 में बंद कर दिया था। आरोप है कि यहां से पोस्टिंग चले जाने के बाद उनके इन दस्तावेजों का फर्जीवाड़े से उपयोग करते हुए आठ लाख रुपये का का ड्रोन कैमरा किसी ने फाइनेंस कराया। बैंक खाते से कई किश्त कटने पर पीड़ित फाइनेंस करने वाले बैंक गए। तब उन्हें इसका पता लगा।
एसओ गिरीश नेगी ने बताया कि मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ साइबर अपराध की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित मूलरूप से रुद्रप्रयाग जिले के निवासी हैं।