वित्तीय अनियमितता: खुद के ऑफिस महंगे किराए पर, रेरा को सस्ते में ऑफिस
देहरादून। जल निगम जल संस्थान लाल झंडा मजदूर यूनियन ने निर्माण विंग मुख्यालय की नई बिल्डिंग के एक हिस्से को रेरा को किराए पर देने का विरोध किया। यूनियन ने आरोप लगाया कि जल निगम और पेयजल एजेंसियों के अपने ऑफिस महंगे किराए के भवनों पर चल रहे हैं। वहीं दूसरी ओर रेरा को बाजार भाव से बेहद कम रेट पर भवन किराए पर दिया जा रहा है। कमला नगर स्थित संघ भवन में हुई बैठक में महामंत्री लक्ष्मी नारायण भट्ट ने कहा कि जल निगम के कई भवन किराए पर चल रहे हैं। वर्ल्ड बैंक यूनिट का संचालन किराए पर हो रहा है। स्वजल, राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन तक का ऑफिस महंगे किराए पर है। इसके बावजूद निर्माण विंग मुख्यालय की नई बिल्डिंग को रेरा को बेहद कम किराए पर देकर वित्तीय नुकसान पहुंचाने की साजिश रची जा रही है। जबकि तय हुआ था कि निर्माण विंग की बिल्डिंग में यदि स्थान बचता है, तो उसे कमर्शियल रेट पर किराए पर देकर मुनाफा कमाया जाएगा। ताकि निगम की वित्तीय स्थिति को मजबूत किया जा सके। अध्यक्ष सुदामा प्रसाद ने कहा कि बाजार भाव से कम रेट पर अपना भवन किराए पर देना पूरी तरह वित्तीय अनियमितता है। पहले ही जल निगम की वित्तीय स्थिति बेहतर नहीं है। कर्मचारियों, पेंशनर्स के बकाए का भुगतान तक नहीं हुआ है। सातवें वेतनमान के अनुरूप मकान किराया भत्ता तक नहीं मिल रहा है। कहा कि रेरा को भवन देने का प्रस्ताव बोर्ड से भी मंजूर नहीं कराया गया है। न ही उच्च स्तर से कोई अनुमोदन प्राप्त किया गया है। ऐसे में रेरा को किराए पर भवन देने का विरोध किया जाएगा। बैठक में वीर सिंह, सर्वेश नेगी, पदम सिंह, दानिश आदि मौजूद रहे।
राजीव गांधी काम्प्लेक्स में चल रहा रेरा ऑफिस
रेरा का ऑफिस मौजूदा समय में एमडीडीए के बनाए राजीव गांधी कॉप्लेक्स डिस्पेंसरी रोड पर चल रहा है। बीच में तय हुआ कि रेरा ऑफिस जल विद्युत निगम के यमुना कालोनी परिसर में शिफ्ट होगा। यूजेवीएनएल बोर्ड से प्रस्ताव भी पास हुआ। हालांकि रेरा ऑफिस यहां शिफ्ट नहीं हुआ। अब जल निगम की बिल्डिंग पर ऑफिस शिफ्ट की तैयारी है।