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फिर गरमाया राजस्व पुलिस अभिरक्षा में हुई मौत का मामला

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-मृतक के पुत्र ने की सीबीआइ जांच की मांग
बागेश्वर। काफलीगैर तहसील में राजस्व पुलिस अभिरक्षा में हुई मौत का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। मृतक के पुत्र ने पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया है। वहीं, इस मामले में तीन पटवारियों के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत हुआ है, जो फिलहाल अग्रिम जमानत पर हैं। बीते वर्ष 29 मई 2020 को काफलीगैर तहसील के एक कक्ष में राजस्व पुलिस अभिरक्षा में ट्रैक्टर चालक भोपाल सिंह चौहान (उम्र 46 वर्ष) निवासी ग्राम तलाबपुर जसपुर, जिला ऊधमसिंह नगर के संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। घटना के बाद राजस्व पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया था। वहीं, मृतक भोपाल सिंह के पुत्र जितेंद्र सिंह चौहान ने पिता की हत्या होने की आशंका जता तहरीर झिरौली थाने में दी। उन्होंने राजस्व पुलिस पर हत्या का आरोप लगा कठोर कार्रवाई की मांग भी की थी। पुलिस ने तब अज्ञात के खिलाफ आइपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया था। तत्कालीन डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे। रेगुलर पुलिस ने पोस्टमार्टम व बिसरा रिपोर्ट की जांच आने के बाद तीन पटवारियों तारा दत्त पाठक, सुरेश सिंह रौतेला, प्रवीण सिंह टाकुली के खिलाफ आइपीसी की धारा 302, 306 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। एसओ कपकोट व जांच अधिकारी मदन लाल ने बताया कि तीनों पटवारियों पर कार्रवाई की गई थी। तीनों अभी जमानत पर हैं। अब पूरा मामला कोर्ट में चल रहा है। वहीं, मृतक के पुत्र जितेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि वह पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि फारेंसिक जांच से मामला स्पष्ट हो गया है। पटवारियों के साथ अन्य लोग भी लिप्त हैं, जिन पर कार्रवाई होनी चाहिए। उनकी षडयंत्र के तहत हत्या की गई है।
बिसरा रिपोर्ट में निकला था कीटनाशक: जांच अधिकारी मदन लाल ने बताया कि मृतक भोपाल सिंह चौहान की बिसरा रिपोर्ट में कीटनाशक पाया गया था। जांच में कार्बन 8 नाम का रसायन लिया जाना पाया गया था।

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