झंडाचौक के समीप उमानंद बड़थ्वाल मार्ग स्थित भवन में लगी आग
कड़ी मशक्कत के बाद भवन में फंसे दो बच्चों को निकाला बाहर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उमानंद बड़थ्वाल मार्ग स्थित एक भवन के दुमंजिले हिस्से में आग लग गई। आसपास के व्यापारियों ने भवन के भीतर बरामदे में फंसे दो मासूम बच्चों को बाहर निकला। सूचना के बाद मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटनास्थल के आसपास कई भवन व दुकानें आपस में सटी हुई है। ऐसे में बीच बाजार में एक बड़ी घटना होने से बच गई।
घटना सुबह करीब 11 बजे की है। उमानंद बड़थ्वाल मार्ग में व्यापारियों को एक भवन के दुमंजिले हिस्से से धुंआ निकलता हुआ दिखाई दिया। जैसे ही व्यापारी भवन को जाने वाली सीढ़ी पर चढ़े तो उन्हें बरामदे में दो छोटे बच्चे दिखाई दिए। व्यापारियों ने दोनों बच्चों को बाहर निकाला और सड़क किनारे खड़े पेयजल टैंक की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे। लेकिन, बरामदे में रखे गत्ते व अन्य कबाड़ ने तेजी से आग पकड़ना शुरू कर दिया। करीब आधे घंटे बाद पहुंची दमकल टीम ने आग पर काबू पाया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मणि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि भवन के एक कमरे में रिक्शा चालक वीरेंद्र अपनी पत्नी सीमा व दो छोटे बच्चों के साथ रहता है। वीरेंद्र की पत्नी सीमा घरों में साफ-सफाई का काम करती हैं। सोमवार सुबह दोनों दंपत्ति काम पर चले गए थे और घर पर बच्चे अकेले ही थे। बताया कि आग लगने के कारणों का पुख्ता पता नहीं चल पाया है।
अतिक्रमण ने बढ़ाई मुश्किल
सूचना मिलते ही दमकल वाहन झंडाचौक के समीप पहुंच गया था। लेकिन, झंडाचौक से उमानंद बड़थ्वाल मार्ग स्थित घटनास्थल तक पहुंचने में वाहन को कई मिनट लग गए। दरअसल, मार्ग पर कई व्यापारियों ने अपनी दुकानें सड़क तक सजाई हुई है। ऐसे में वाहन को निकलने के लिए पर्याप्त मार्ग नहीं मिल पाया। कड़ी मशक्कत के बाद वाहन मौके पर पहुंचा।