कृषि कानूनों के वापस होने पर आतिशबाजी, बांटी मिठाई
-कांग्रेस कार्यकत्र्ता बोले यह है किसानों के संघर्ष की जीत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद शनिवार को कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं ने किसान विजयी दिवस मनाया। इस दौरान कार्यकत्र्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और आतिशबाजी की। उन्होंने कहा कि यह देश के किसानों के संघर्ष की जीत है।
शनिवार को कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डा. चन्द्रमोहन खर्कवाल एवं महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल की अगुआई में कांग्रेस कार्यकत्र्ता झंडाचौक पर एकत्र हुए। यहां जिलाध्यक्ष खर्कवाल ने कहा कि सत्तासीन मोदी सरकार ने किसानों से वार्ता के बगैर ही तीन काले कृषि कानूनों को लोकसभा एवं राज्य सभा में पारित कर तानाशाही रवैया अपनाया। जिसके चलते किसानों को सड़कों पर उतर कर आंदोलन करना पड़ा। भाजपा सरकार ने किसानों के जायज आंदोलन को कुचलने का भरसक प्रयास किया, लेकिन किसानों ने हार नहीं मानी। इस आंदोलन में करीब आठ सौ किसान शहीद भी हुए। कहा कि किसानों के आंदोलन को कांग्रेस पार्टी ने पुरजोर तरीके से समर्थन करते हुए किसानों की आवाज को सड़क से लेकर संसद तक बुलंद करने का प्रयास किया। जिससे आखिरकार प्रधानमंत्री मोदी को किसाना आंदोलन के आगे झुकना पड़ा। इस मौके पर विजय रावत, बलवीर सिंह रावत, जितेन्द्र भाटिया, धीरेन्द्र सिंह बिष्ट, बृजमोहन सिंह नेगी, अनिल चौधरी, राजा आर्य, रजनीश उप्पल, चन्द्रमोहन सिंह रावत, महेन्द्र पाल सिंह रावत, सतेन्द्र सिंह नेगी, उपेन्द्र सिंह नेगी, नसीम अहमद, सुरेन्द्र सिंह नेगी, विजय नेगी, गणेश नेगी, धीरेन्द्र सिंह भंडारी, कृपाल सिंह नेगी, कमल किशोर बिष्ट आदि मौजूद रहे।