नागपुर , महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुई हिंसक झड़पों के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इस हिंसा में घायल हुए एक व्यक्ति, इरफान अंसारी, की शनिवार को मौत हो गई। इरफान 17 मार्च को हुई हिंसा में गंभीर रूप से घायल हुए थे और तब से नागपुर के मेयो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें घटना के दिन से ही आईसीयू में रखा गया था।
इस हिंसा के बाद शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने शुरू में 11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया था। घटना के छह दिन बीत जाने के बाद भी, आज नागपुर शहर के नौ पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू जारी है। जिन क्षेत्रों में अभी भी कर्फ्यू लागू है, उनमें गणेशपेठ, कोतवाली, तहसील, लकडग़ंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, इमामवाड़ा और यशोधरानगर पुलिस थाना क्षेत्र शामिल हैं। गुरुवार को नागपुर पुलिस कमिश्नर ने दो थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया था।
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हिंसा के बाद पहली बार नागपुर पहुंचे। उन्होंने नागपुर में हुए दंगों को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि पुलिस ने घटना के चार से पांच घंटे के भीतर ही स्थिति को नियंत्रण में कर लिया था। उन्होंने यह भी बताया कि इस हिंसा के दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि सीसीटीवी फुटेज और लोगों द्वारा दिए गए वीडियो का विश्लेषण करने के बाद अब तक 104 लोगों की पहचान की गई है, जिनमें से 92 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में 10 किशोर भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, सोशल मीडिया पर भडक़ाऊ पोस्ट करने के आरोप में 64 मामलों में कार्रवाई की गई है। नागपुर में अभी भी तनाव का माहौल है और पुलिस प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है। कर्फ्यूग्रस्त इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है।