जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : विकासखंड कल्जीखाल के ग्राम पंचायत थनुल स्थित सिद्धपीठ थानेश्वर महादेव मंदिर परिसर में एक दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेला आयोजित होगा। आगामी 4 नवंबर को आयोजित होने वाले मेले की तैयारियां समिति व ग्रामीणों ने शुरू कर दी है। बैकुंठ चतुर्दशी पर्व पर मंदिर में निसंतान दंपति संतान प्राप्ति के लिए खड़ा दीया अनुष्ठान करेंगे। अनुष्ठान के लिए अभी तक पांच दंपत्तियों ने पंजीकरण करा लिया है। इसके अलावा मेले में रात्रि जागरण व भंडारे का आयोजन किया जाएगा। मेले का उद्घाटन अतिथि डीसीबी के पूर्व निदेशक नरेंद्र सिंह नेगी, जिपं सदस्य गढ़कोट सविता देवी, क्षेपं सदस्य व पूर्व जिपं सदस्य संजय डबराल, उत्तराखंड क्रिकेट टीम के खिलाड़ी व थनुल के ग्रामीण हर्षवर्धन नेगी करेंगे।
गुरुवार को थानेश्वर महादेव मंदिर समिति की बैठक में मेले के सफल आयोजन को लेकर रणनीति बनाई गई। बैठक में समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी ने बताया कि थानेश्वर महादेव मंदिर पौराणिक, धार्मिक आस्था का केंद्र है। यहां सदियों से बैकुंठ चतुर्दशी पर्व पर नि:संतान दंपत्तियां संतान प्राप्ति के लिए खडा दीया अनुष्ठान करते हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष में सिद्धपीठ में एक दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेला आयोजित होगा। आगामी 4 नवंबर को शाम चार बजे थनुल गांव के पंचायत चौक से शिव ध्वजा व निसाण यात्रा निकलेगी। मंदिर की परिक्रमा के बाद शिव ध्वजा चढ़ाई जाएगी। बताया कि मंदिर परिसर में रात्रि जागरण होगा, जिसमें डौंर-थाली व ढोल सागर मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इस मौके पर समिति के कार्यकारी अध्यक्ष मनमोहन सिंह, सचिव ऋषिबल्लभ डुकलान, उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
गांव लौटने लगे प्रवासी, खुल रहे बंद घरों के ताले
पौड़ी : विकासखंड कल्जीखाल के ग्राम पंचायत थनुल स्थित सिद्धपीठ थानेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आगामी 4 नवंबर को एक दिवसीय बैकुंठ चतुर्दशी मेला आयोजित होगा। मेले में शामिल होने के लिए प्रवासी गांव लौटने लगे है। मंदिर समिति के अध्यक्ष जगमोहन डांगी ने बताया कि विगत दो दशक से क्षेत्र में सुविधाओं के अभाव में निरंतर पलायन होने से मनियारस्यूं क्षेत्र के कई गांवों के अधिकांश घरों में ताले लग गए है। कहा कि प्रवासी मेले का सालभर बेसब्री से इंतजार करते है। क्षेत्र के प्रसिद्ध ऐतिहासिक बैकुंठ चतुर्दशी मेला की आस्था और स्मृति प्रवासियों को गांव वापस लौटा देती है और सालभर से बंद घर के दरवाजे खुल जाते है। उन्होंने बताया कि मेले की सभी तैयारियां शुरू कर दी है। थानेश्वर महादेव मंदिर जाने वाले मुख्य संपर्क मार्गों की झाड़ियों को साफ किया जा रहा है।