जिले के पांच शिक्षकों को मिला नवाचारी शिक्षा रत्न

Spread the love

नवाचारी गतिविधि समूह भारत, छत्तीसढ़ की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: नवाचारी गतिविधि समूह भारत, छत्तीसगढ़ द्वारा पौड़ी जिले के पांच नवाचारी शिक्षकों को राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान 2022 प्रदान किया गया। नवाचारी गतिविधि समूह छत्तीसगढ़ विगत कई वर्षों से पूरे भारतवर्ष के राज्यों ओर केंद्र शाषित प्रदेशों से शिक्षा में नवाचार करने वाले शिक्षको के कार्यो को प्रोत्साहित करता है।
इस वर्ष भी सभी राज्यों और केंद्र शाषित प्रदेशों से चयनित शिक्षकों को संम्मान प्रदान किया गया। इस प्रक्रिया में पहले चरण में शिक्षकों द्वारा अपने नवाचारों को पीपीटी या पीडीएफ के माध्यम से भेजा जाता है। उसके उपरांत विशेषज्ञों की टीम द्वारा ऑनलाइन साक्षात्कार द्वारा अंतिम चरण के लिए शिक्षकों का चयन किया जाता है। अंतिम चरण के लिए चयनित शिक्षकों के कार्य और बच्चों पर उनके प्रभाव के आधार पर पुरस्कार के लिए अंतिम सूची बनाई जाती है। देश के सम्पूर्ण राज्यों और केंद्रशाषित प्रदेशों के नवाचारी शिक्षकों को वेविनार से जोड़कर उनके नवाचारों का प्रस्तुतिकरण किया जाता है। और उसके उपरांत पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों के नाम की घोषणा की जाती है। नवाचारी शिक्षकों का वेविनार हाल ही में अक्टूबर माह में आयोजित किया गया। इस वेविनार के माध्यम से देश के विभिन्न शिक्षकों के साथ ही पौड़ी गढ़वाल जिले से राजीव थपलियाल, जसपाल सिंह असवाल,सुनील पंवार,ममता भण्डारी और रिद्धि भट्ट को उनके शिक्षा में नवाचारी कार्य और कोविड -19 के दौरान बच्चो के सीखने-सिखाने की प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में किये गए बेहतरीन प्रयासों के लिए राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान प्रदान किया गया। सम्मानित शिक्षकों ने अपने विद्यालय में बच्चो के साथ निरन्तर नवाचार द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता और विद्यालय के वातावरण में सुधार किया है।इनके व्यक्तिगत प्रयासों से विद्यालय के बच्चों ने नई ऊंचाइयों को छुवा है। सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि डॉ आलोक शुक्ला प्रमुख शिक्षा सचिव रायपुर छत्तीसगढ़, आकाश सारस्वत उप राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा देहरादून उत्तराखंड, ध्रुब प्रशाद सोनी क्यूरेटर निर्भया साइंस म्यूजियम नई दिल्ली, डॉ प्रमोद कुमार सिन्हा स्पेसलिस्ट झारखंड एजुकेशन प्रोजेक्ट कॉन्सिल रांची,डॉ एम सुधीर असिस्टेंट डायरेक्टर समग्र शिक्षा रायपुर छत्तीसगढ़ थे। मुख्य अथितियों ने शिक्षकों से शिक्षा में निरंतर नवाचार करने का आहन किया सभी वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि,शिक्षा से ही देश और समाज को एक नई दिशा मिलती है। इसलिए समाज में शिक्षकों का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है। शिक्षक ही समाज का भविष्य निर्माता है। नई शिक्षा नीति 2020 भी गुणवत्तापूर्ण और नवाचारी शिक्षा को बढ़ावा देने की बात करती है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *