नई टिहरी : वर्षाकाल में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को देखते माणिकनाथ व कीर्तिनगर रेंज के वन कर्मियों ने संयुक्त रूप से माकड्रिल करने के साथ ही फ्लैग मार्च निकाला। रेंजर एमएस रावत की अगुवाई में वन कर्मियों ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को लेकर नगर व ग्रामीण क्षेत्र की जनता को जागरूक भी किया। मानव-वन्यजीव संघर्ष की परिस्थिति में त्वरित की जाने वाली कार्यवाही, विभिन्न रेस्क्यू उपकरणों के संचालन व रख-रखाव आदि की जानकारी दी गयी। वन्यजीवों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरा ट्रैप, एनाईडर, फॉक्स लाईट आदि के संबंध में प्रशिक्षित भी किया गया। मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने में इनकी भूमिका को बताया गया। दोनों रेन्जों के वन कर्मियों ने मानव-वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम को वाहनों पर लाऊड स्पीकर के माध्यम से देवप्रयाग नगर सहित महड़, आमणी, बिड़ाकोट, हिण्डोलाखाल, गोसिल, नागचौण्ड, जामणीखाल, झल्ड, कन्याड़ी, पुजारगाँव, अरोटा, त्यूणा, बगडवालधार, त्याड़गांव, हिंसरियाखाल, तल्याकोट, बरसोली, गौली, सिरोला, डडुआ, पाटाखाल, लक्षमोली आदि गांवों तक फलैग मार्च कर प्रचार-प्रसार किया गया। ग्रामीणों को वर्षाकाल में वन्यजीवों से बचाव को विशेष सुरक्षा बरतने, घरों के आस-पास झाड़ी आदि काटकर साफ-सफाई रखने, प्रकाश की उचित व्यवस्था रखने, विद्यालय जाने वाले बच्चों को अकेले न भेजने, हमेशा समूह में या वरिष्ठ व्यक्ति की निगरानी में भेजे जाने व शाम से पहले खेत, जंगलों से घरों तक आने व समूह में ही जाने का अनुरोध किया गया। साथ ही मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटना पर इसकी सूचना तत्काल नजदीकी बीट अधिकारी या रेंज कार्यालय में देने को कहा गया। वहीं उत्तराखण्ड वन्यजीव हेल्पलाइन 1926 (टोल फ्री) पर तत्काल सूचना देने हेतु बताया गया। (एजेंसी)