रुद्रपुर()। सिटी क्लब में आयोजित कांग्रेस के संगठन सृजन कार्यक्रम में केंद्रीय और राज्य स्तरीय पर्यवेक्षकों के सामने ही कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई। गुरुवार को परिचय बैठक शुरू होने के साथ शुरू हुआ हंगामा कार्यक्रम की समाप्ति पर हाथापाई और गुत्थमगुत्था में बदल गया। गुटबाजी ने अनुशासन की हदें तोड़ दीं। केंद्रीय पर्यवेक्षक ने किसी तरह मामले को शांत किया। इस दौरान कांग्रेस के दो धड़ों ने एक-दूसरे पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। दोनों पक्ष पुलिस चौकी भी पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर देने की तैयारी में हैं। इधर, अनुशासनहीनता के इस मामले को लेकर केंद्रीय पर्यवेक्षक ने कांग्रेस हाईकमान को रिपोर्ट सौंपने की बात कही है। वहीं हाथापाई की वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो गई। गुरुवार को रुद्रपुर के सिटी क्लब में एआईसीसी मेंबर डॉ. नरेन्द्र कुमार, पीसीसी सदस्य प्रदीप टम्टा, संजय किरौला और हरेन्द्र बोरा पहुंचे थे। नगर अध्यक्ष के चयन को लेकर कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ रायशुमारी के आगामी कार्यक्रम को देखते हुए परिचय बैठक और संगठन की मजबूती के लिए इस बैठक हुई। इसमें बड़ी संख्या में रुद्रपुर महानगर इकाई के कार्यकर्ता, पदाधिकारी, कांग्रेसी पार्षद और जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी मौजूद थे। यहां लगाए गए फ्लैक्स में किच्छा विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री तिकलराज बेहड़ की फोटो न होने पर एक गुट ने विरोध जताते हुए हंगामा किया। इस समय पार्टी पर्यवेक्षक मौजूद नहीं थे। किसी तरह मामला शांत हुआ। इसके बाद एक गुट ने विजय यादव और संजय जुनेजा को मंच पर पर्यवेक्षकों के माल्यापर्ण के लिए बुलाने पर विरोध जताते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इससे दोनों गुटों में नोकझोंक हो गई। आरोप है कि इस दौरान दूसरे गुट के लोगों ने गाली-गलौज और अभद्रता की। केंद्रीय पर्यवेक्षक डॉ. नरेश कुमार ने मंच से नीचे उतरकर किसी तरह दोनों गुटों को शांत कराया और माल्यार्पण के लिए दूसरे गुट के लोगों को भी मंच पर बुलाया। इसके बाद जैसे ही कार्यक्रम की समाप्ति हुई तो दोनों गुट फिर आमने-सामने आ गए। हाथापाई हो गई। इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो गई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ मारपीट और गाली-गलौज करने का आरोप लगाया है। वहीं एक गुट जब चौकी पहुंचा तो इस गुट के राजेन्द्र मिश्रा अचानक बेहोश हो गए। इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। उनका आरोप था कि उनके साथ मारपीट की गई और उन्हें अगवा करने का प्रयास किया गया। वहीं दूसरे गुट ने भी उनके पक्ष के तीन लोगों के मारपीट में घायल होने बात कही है।